हिंदुजा समूह ने अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए बॉन्ड सेल की प्रक्रिया शुरू कर दी है। समूह बॉन्ड के जरिए लगभग 73 बिलियन रुपये (873 मिलियन डॉलर) जुटाने की योजना बना रहा है। ईटी की खबर में सूत्रों के हवाले से कहा कि हिंदुजा समूह ने बार्कलेज पीएलसी और 360 वन को इश्युएंस के लिए अरेंजर और अंडरराइटर के रूप में नियुक्त किया है।
सूत्र ने कहा कि आयोजकों ने निवेशकों की तलाश के लिए पिछले हफ्ते सिंडिकेशन प्रक्रिया शुरू की और डील एक महीने के भीतर पूरा होने की संभावना है। इस पहल से महीनों से चली आ रही अटकलों पर विराम लग गया कि समूह रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए फंडिंग कैसे करेगा। हालांकि, हिंदुजा समूह, बार्कलेज और 360 वन की ओर से प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
NCLT ने लिया यह फैसला
इस बीच, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने रिलायंस कैपिटल के समाधान को पूरा करने की समय सीमा 25 जून तक बढ़ाने के लिए हिंदुजा समूह की फर्म IIHL की याचिका के संबंध में मामला टाल दिया है। इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) अनिल अंबानी समूह की वित्तीय सेवा शाखा, कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल के समाधान के लिए सफल बोलीदाता है। मामले की सुनवाई गुरुवार को हुई और एनसीएलटी बेंच ने मामले को 25 जून, 2024 को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। IIHL द्वारा दायर आवेदन के बाद, एनसीएलटी ने 13 जून और 20 जून को मामले की सुनवाई की।
2021 में आरबीआई ने लिया फैसला
नवंबर 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी द्वारा शासन के मुद्दों और भुगतान चूक पर रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया। केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया था, जिन्होंने कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए फरवरी 2022 में बोलियां आमंत्रित की थीं। रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था और चार आवेदकों ने शुरू में समाधान योजनाओं के साथ बोली लगाई थी।