Paytm News: फिनटेक कंपनी पेटीएम ने पूर्व आईआरएस (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) ऑफिसर और सेबी के पूर्णकालिक सदस्य राजीव कृष्णा मुरालीलाल अग्रवाल को गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें नीरज अरोड़ा की जगह दी गई है जिन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया है। 17 जून को हुई बैठक में नॉमिनेशन एंड रिम्यूनेरेशन कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक इस नियुक्ति को तत्काल मंजूरी दी गई। राजीव का कार्यकाल पांच साल का होगा। नीरज ने प्री-अकुपेशन और बाकी व्यक्तिगत वजहों से इस्तीफा दिया है। अब वह कंपनी के बोर्ड की तरफ से गठित इनवेस्टमेंट कमेटी और नॉमिनेशन एंड रिम्यूनेरेशन कमेटी के सदस्य भी नहीं रहेंगे।
राजीव को स्टॉक मार्केट का 40 साल का अनुभव
राजीव कृष्णा मुरालीलाल अग्रवाल के अब तक के कामकाज की बात करें तो उनके पास स्टॉक मार्केट में 40 वर्षों से अधिक समय का अनुभव है। इसमें तो 28 साल का अनुभव तो इंडियन रेवेन्यू सर्विसेज का है। सेबी के पूर्णकालिक निदेशक के तौर पर उन्होंने मार्केट से जुड़ी पॉलिसी में सुधार को लेकर अहम भूमिका निभाई जैसे कि वर्ष 2012 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के रिवाइवल पैकेज और वर्ष 2015 में फारवर्ड मार्केट्स कमीशन के सेबी का विलय। अभी वह ट्रस्ट म्यूचुअल फंड और एसीसी लिमिटेड, स्टार हेल्थ इंश्योरेंस, यूजीआरओ कैपिटल और एमके वेंचर्स कैपिटल के बोर्ड में अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक हैं।
Paytm के सीईओ ने किया स्वागत
पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम के बोर्ड में राजीव अग्रवाल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि नियामक और सरकार से जुड़े मामलों में उनकी विशेषज्ञता बोर्ड के काफी काम आएगी। विजय ने महत्वपूर्ण योगदान के लिए नीरज का भी आभार जताया कि जिन्होंने कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पेटीएम के बोर्ड में अब विजय और राजीव के अलावा प्रेसिडेंट और सीएफओ मधुर देवड़ा, रवि चंद्र अदुसुमल्ली (एलिवेशन कैपिटल), आशित रंजीत लीलानी (सामा कैपिटल), पल्लवी शार्दुल श्रॉफ (शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी) और वित्तीय सेवाओं के दिग्गज गोपालसमुद्रम एस सुंदरराजन शामिल हैं।