अदाणी ग्रुप की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) ने हाल ही में पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PCIL) के अधिग्रहण की घोषणा की है। यह अधिग्रहण 10422 करोड़ रुपये में होनी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस अधिग्रहण से अंबुजा सीमेंट्स को दक्षिण भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और सीमेंट इंडस्ट्री में एक नेशनल लीडर के तौर पर अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि इस क्षेत्र में अहम इन्फ्रॉस्ट्रक्चर में निवेश होगा, जिससे सीमेंट की मांग में तेजी आएगी।
अडानी के स्वामित्व वाली अंबुजा सीमेंट ने 13 जून को हैदराबाद स्थित पेन्ना सीमेंट का अधिग्रहण करने के लिए 1.25 अरब डॉलर के सौदे की घोषणा की, जो अपने व्यापक डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और प्रोडक्शन कैपिसिटी के माध्यम से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मजबूत स्थिति रखती है। दक्षिण भारत में विस्तार पर अधिक ध्यान इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र में हाईवे, ब्रिज, एयरपोर्ट्स और मेट्रो प्रोजेक्ट्स सहित अहम इन्फ्रॉस्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है।
अप्रैल में अंबुजा सीमेंट्स ने तमिलनाडु में 413.75 करोड़ रुपये में एक ग्राइंडिंग यूनिट का अधिग्रहण करने के लिए एक समझौता किया था। इस अधिग्रहण से क्षेत्र में सीमेंट की बढ़ती मांग के बीच डिस्ट्रीब्यूशन एफिशिएंसी में वृद्धि हुई। उसके बाद से अपने दूसरे अधिग्रहण में अंबुजा सीमेंट्स ने पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी 10,422 करोड़ रुपये में खरीदी। इस सौदे ने न केवल दक्षिण भारत में ग्रुप की मौजूदगी का विस्तार किया, बल्कि श्रीलंका के बाजार तक भी पहुंच प्रदान की।
सीमेंट कंपनियां दक्षिण भारत पर बड़ा दांव क्यों लगा रही हैं?
तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों में शहरी विकास काफ़ी तेजी से हो रहा है और नए रेसिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट आ रहे हैं। इस क्षेत्र में हाईवे, ब्रिज, मेट्रो सिस्टम और एयरपोर्ट सहित बड़े पैमाने पर इन्फ्रॉस्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है, जिससे सीमेंट की काफी मांग बढ़ रही है। इसके अलावा, दक्षिण भारतीय सीमेंट बाजार अधिक विखंडित है, जो स्थापित प्लेयर्स के लिए कंसोलिडेशन और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।
पेन्ना सीमेंट खरीद से अदाणी ग्रुप को क्या फायदा है?
पेन्ना अधिग्रहण से अंबुजा सीमेंट्स को पेनिनसुलर इंडिया को सर्विस देने के लिए पर्याप्त ताकत मिलेगी। कोलकाता, गोपालपुर, कराईकल, कोच्चि और कोलंबो में PCIL के पांच बल्क सीमेंट टर्मिनल अंबुजा को दक्षिण भारत में बिजनेस बढ़ाने में मदद करेंगे।
प्रभुदास लीलाधर के एक एनालिस्ट ने एक नोट में लिखा, “यह (पेन्ना) अधिग्रहण ACEM को नए दक्षिणी बाजारों में एंट्री देता है – मुख्य रूप से आंध्र और तेलंगाना जहां ACEM की कोई उपस्थिति नहीं है और दोनों राज्यों को हाल ही में हुए शासन परिवर्तन से लाभ होने की उम्मीद है।” इस बीच, पर्याप्त चूना पत्थर भंडार अंबुजा को कॉस्ट-कंपटीटिव होने में मदद करेगा, लेकिन एनालिस्ट ने चेतावनी दी है कि अधिग्रहण मध्यम अवधि में मार्जिन-कम करने वाला हो सकता है।
अधिग्रहण का मार्केट लीडर बनने में अहम रोल
लेटेस्ट डील ने ग्रुप के वित्त वर्ष 28 तक 140 मिलियन टन प्रति वर्ष तक पहुंचने के लक्ष्य में मदद की है। पेन्ना अधिग्रहण से 14 MTPA क्षमता जुड़ती है और जोधपुर IU में सरप्लस क्लिंकर के साथ अतिरिक्त 3 MTPA का विस्तार करने की क्षमता प्रदान करती है। इस सौदे से अदाणी सीमेंट की ऑपरेशनल कैपिसिटी 89 MTPA हो जाएगी। शेष 4 MTPA अंडर कंस्ट्रक्शन कैपिसिटी 12 महीनों में चालू हो जाएगी। यह मौजूदा विस्तार के अलावा है। ग्रुप को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक क्षमता 96 MTPA और वित्त वर्ष 26 तक 110 MTPA तक पहुंच जाएगी।