आज शेयर मार्केट से लेकर बैंक और सरकारी दफ्तर भी बंद है। आज बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) आज ईद-उल-अजहा के अवसर पर बंद रहेंगे। इक्विटी, डेरिवेटिव और एसएलबी सहित सभी खंड आज बकरीद के अवसर पर बंद रहेंगे। इसके अलावा, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX) पर कमोडिटी ट्रेडिंग आज सुबह के सत्र के लिए बंद रहेगी। यह शाम के सत्र के लिए शाम 5:00 बजे से रात 11:55 बजे तक खुलेगी। भारतीय शेयर बाजार में ट्रेडिंग मंगलवार, 18 जून को फिर से शुरू होगी।
26000 का स्तर छू सकता है निफ्टी
भारतीय अर्थव्यवस्था के मजूबत प्रदर्शन और निवेशकों के जोरदार उत्साह ने घरेलू शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिल रही है। इस ट्रेंड को देखते हुए बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले कुछ महीनों तक बाजार में यह तेजी बरकरार रह सकती है और सेंसेक्स 82000 के स्तर को छू सकता है। इसी तरह निफ्टी भी अगले 12 महीनों में 23,465 के मौजूदा स्तर से बढ़कर 25,816 अंक तक पहुंच सकता है। अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज और घरेलू ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने यह आकलन किया है।
मूडीज का कहना है कि हमारा मानना है कि आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार सबसे लंबी और सबसे मजबूत तेजी दिखाई देगी। अगले पांच वर्षों में 12-15 प्रतिशत की दर से बाजार में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
मूडीज ने अपनी रिपोर्ट ने अनुमान लगाया है कि अगले 12 महीने में बीएसई सेंसेक्स 82,000 के लक्ष्य को हासिल कर लेगा, जिसका मतलब है कि 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025-26 तक आय वृद्धि के पूर्वानुमान के साथ कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करेंगी, जिसका सीधा असर बाजार पर देखने को मिलेगा।
निफ्टी में देखने को मिल सकती है तेज उड़ान
उधर, ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर का कहना है कि देश की तेज आर्थिक रफ्तार और छोटे निवेशकों के दम पर निफ्टी के अगले 12 महीनों में 25,816 अंक तक पहुंच सकता है। फर्म का कहना है कि एनएसई बेंचमार्क ने पिछले दो महीनों में 4.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था।
यही नहीं, पिछले 12 महीनों में बीएसई स्मॉल कैप और मिड-कैप सूचकांकों में 57.61 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो सेंसेक्स और निफ्टी तुलना में दोगुना है। पिछले दो महीनों में व्यापक सूचकांकों में वृद्धि अर्थव्यवस्था में निवेशकों के विश्वास और बाजार की मजबूत स्थिति को दर्शाती है।