Vodafone Idea: टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने 14.80 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 166 करोड़ शेयर जुटाने को मंजूरी दी है। इसके तहत प्रेफरेंशियल आधार पर कुल 2,458 करोड़ के शेयर जुटाए जा सकते हैं। वोडाफोन आइडिया ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि कंपनी नोकिया सॉल्यूशंस और नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 1,520 करोड़ रुपये के कुल 102.7 करोड़ शेयर आवंटित करेगी। बाकी 63.37 करोड़ शेयर एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित किए जाएंगे, जिसकी कुल वैल्यू 938 करोड़ रुपये होगी।
बोर्ड ने 10 जुलाई को कंपनी की एक्सट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) बुलाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। इस बैठक में फंड जुटाने से जुड़े प्रस्तावों पर मुहर लगाई जाएगी। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह प्रेफरेंशियल आवंटन FPO प्राइस के मुकाबले 35% ज्यादा पर है और इसके लिए 6 महीने का लॉक-इन पीरियड भी है।
प्रेफरेंशियल आवंटन के बाद नोकिया (Nokia) और एरिक्सन (Ericsson) में वोडाफोन की शेयरहोल्डिंग क्रमशः 1.5 पर्सेंट और 0.9 पर्सेंट हो जाएगी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 13 जून को वोडाफोन आइडिया का शेयर 2.25 पर्सेंट गिरकर 16.07 रुपये पर बंद हुआ। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, स्टेट बैंक (SBI) की अगुवाई वाले कर्जदाताओं के एक संघ ने टेलीकॉम कंपनी को 14,000 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। कंपनी 5G सेवाओं को लॉन्च करने सहित कई उपायों के जरिए अपने घाटे को कम करने की कोशिश कर रही है।
पिछले महीने वोडाफोन आइडिया ने मार्च तिमाही में घाटे का आंकड़ा बढ़ोतरी के साथ 7,675 करोड़ रुपये बताया था। कंपनी का कहना है कि ब्याज और वित्तीय लागत बढ़ने की वजह से घाटा हुआ है। वहीं, पूरे वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो कंपनी का घाटा 31,238.4 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल के 29,301.1 करोड़ रुपये से ज्यादा है। हालांकि, कंपनी की सालाना आय में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जो 1.1% बढ़कर 42,651.7 करोड़ रुपये हो गई है।