Sanofi India Share Price: सनोफी इंडिया के शेयरों में आज यानी 13 जून को 01:24 बजे BSE पर 5% का अपर सर्किट लग गया। शेयरों में यह उछाल तब देखने को मिला, जब कंपनी के कंज्यूमर हेल्थकेयर के डीमर्जर की तारीख बदलने की बात सामने आई। मार्केट डेटा के मुताबिक, यह शेयर अपने शुरुआती लेवल 5,850 रुपये (डीमर्जर के लिए एडजस्टेड) से 11 फीसदी बढ़कर 6,513.05 रुपये पर पहुंच गया। पिछले एक महीने में, इसने 62 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है और यह अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर ट्रेड कर रहा है।
हालांकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर यह शेयर 3.38 फीसदी बढ़कर 6,513.05 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जो इसके शुरुआती स्तर 6,300 रुपये से ऊपर था। इसने इंट्रा डे का लो लेवल 5,892.80 रुपये को छुआ, जो एक साल का रिकॉर्ड लो भी है। पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार को, सनोफी इंडिया BSE पर 10,034.85 रुपये और NSE पर 10,072.65 रुपये (डीमर्जर के लिए एडजस्टेड न होने तक) पर बंद हुआ था।
अलग होगा सनोफी इंडिया का कंज्यूमर हेल्थकेयर बिजनेस
सनोफी इंडिया के बोर्ड ने 10 मई, 2023 की अपनी बैठक में कंपनी और सनोफी कंज्यूमर हेल्थकेयर इंडिया लिमिटेड के बीच स्कीम ऑफ अरेंजमेंट को मंजूरी दी थी। बोर्ड ने कंज्यूमर हेल्थकेयर बिजनेस को एक अलग लीगल एंटिटी- सनोफी कंज्यूमर हेल्थकेयर इंडिया लिमिटेड (Sanofi Consumer Healthcare India Limited) में अलग करने की घोषणा की थी।
सनोफी इंडिया के हर एक सदस्य, जिनके पास 13 जून, 2024 की रिकॉर्ड डेट को सनोफी इंडिया में एक इक्विटी शेयर है, सनोफी कंज्यूमर हेल्थकेयर इंडिया का एक इक्विटी शेयर प्राप्त करने के लिए एलिजिबल होंगे।
सरकारी योजानाओं का मिलेगा फायदा
अलग-अलग सरकारी योजनाओं जैसे उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री को मजबूत करने की योजना (SPI) ने फार्मास्युटिकल सेक्टर की ग्रोथ को मजबूत किया है। अनुकूल सरकारी नीतियों, बढ़ते विदेशी निवेश, स्वास्थ्य खर्च में बढ़ोतरी, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के तेजी से उपयोग और क्वालिटी वाले फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स के घरेलू निर्माण (domestic manufacturing) पर जोर के कारण भारतीय फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री की ग्रोथ की रफ्तार आने वाले सालों में जारी रहने की उम्मीद है।
दवा निर्माण में अपनी अच्छी स्थापित क्षमता के साथ, सनोफी इंडिया घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में महत्वपूर्ण अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। कंपनी की 2024 की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि मधुमेह विज्ञान (diabetology), हृदयरोग (cardiology), गैस्ट्रो, और CNS प्रोडक्ट्स पर ध्यान केंद्रित करने वाली पुरानी थैरेपी में पहले से ही मौजूदगी, कंपनी के ऑपरेशन और नए प्रोडक्ट्स के लॉन्च के साथ प्रॉफिटेबिलिटी और ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करेगी।
सनोफी इंडिया रणनीतिक निवेश पर कर रही फोकस
सनोफी इंडिया ने कहा, ”कंपनी ‘इंडिया फॉर इंडिया’ (IFI) रणनीति को लागू करके बाजार में पहुंच बढ़ाने की पहल, ऑपरेशनल एफिसिएंसी बढ़ाने और इनोवेशन को तेज करने की प्रतिबद्धता दिखा रही है। IFI रणनीति के माध्यम से कंपनी सभी तरह के डेवलपमेंट, कंज्यूमर हेल्थ, प्रोडक्ट इनोवेशन, सप्लाई लोकलाइजेशन और स्ट्रेटजिक साझेदारी पर ध्यान फोकस करती है।”
डीमर्जर यानी अलगाव कंपनी को एक विशेष थेरेपी की ओर फोकस करने, अपनी ग्लोबल पाइपलाइन को भारत में लाने और फार्मास्युटिकल व कंज्यूमर हेल्थकेयर, दोनों क्षेत्रों में अपनी विकास क्षमता को बेहतर करने में सक्षम करेगा।