अडाणी ग्रुप की अंबुजा सीमेंट पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PCIL) की 100% हिस्सेदारी खरीद रही है। इस खबर के बाद आज अंबुजा सीमेंट में 2% से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। सुबह 10:30 बजे अंबुजा सीमेंट का शेयर 2.40% की तेजी के साथ 680 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
अंबुजा सीमेंट ने कल यानी 13 जून को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में PCIL के अधिग्रहण के बारे में जानकारी दी थी। PCIL की पूरी हिस्सेदारी खरीदने के लिए कंपनी 10,422 करोड़ रुपए खर्च करेगी। अंबुजा सीमेंट ने बताया था कि PCIL का अधिग्रहण पूरा करने में 3 से 4 महीने का समय लगेगा।
जेफरीज ने अंबुजा सीमेंट्स के शेयर को ‘बाय’ रेटिंग दी
जेफरीज ने अंबुजा सीमेंट्स के शेयर को ‘बाय’ रेटिंग दी है, जिसका टार्गेट प्राइस 735 रुपए प्रति शेयर बताया है। ब्रोकरेज ने कहा कि इस अधिग्रहण से अडाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी की स्थिति मजबूत होगी। जेफरीज का मानना है कि इस सौदे के साथ अंबुजा साउथ में अपनी उपस्थिति बढ़ाएगा।
यह ऐतिहासिक अधिग्रहण अंबुजा सीमेंट की तेज ग्रोथ जर्नी में एक जरूरी कदम
अंबुजा सीमेंट के CEO और होल टाइम डायरेक्टर अजय कपूर ने कहा, ‘यह ऐतिहासिक अधिग्रहण अंबुजा सीमेंट की तेज ग्रोथ जर्नी में एक जरूरी कदम है।
PCIL का अधिग्रहण करके अंबुजा सीमेंट साउथ इंडिया में अपने मार्केट की प्रेजेंस बढ़ाना चाहती है। इसके साथ ही कंपनी सीमेंट इंडस्ट्री में पैन-इंडिया लीडर के रूप में अपनी पोजिशन को मजबूत करने के लिए तैयार है।’
अंबुजा सीमेंट ने कहा कि PCIL के मौजूदा डीलर्स जबरदस्त तालमेल लाने के लिए अडाणी सीमेंट के मार्केट नेटवर्क में शामिल हो जाएंगे।
PCIL के पास 14 MTPA सीमेंट कैपेसिटी है, जिसमें से 10 MTPA ऑपरेशनल
PCIL के पास 14 MTPA सीमेंट कैपेसिटी है, जिसमें से 10 MTPA ऑपरेशनल है और बची हुई कृष्णापट्टनम (2 MTPA) और जोधपुर (2 MTPA) अंडर कंस्ट्रक्शन है। दोनों कैपेसिटी का कंस्ट्रक्शन 6 से 12 महीनों के भीतर पूरा हो जाएगा।
लगभग 90% सीमेंट कैपेसिटी रेलवे साइडिंग से आती है और कुछ कैप्टिव पावर प्लांट और वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम्स द्वारा सपोर्टेड है। इसके अलावा जोधपुर प्लांट में सरप्लस क्लिंकर 14 MTPA के अलावा एडिशनल 3 MTPA सीमेंट पीसने की कैपेसिटी को सपोर्ट करेगा।
PCIL की स्थापना 24 अक्टूबर 1991 को हैदराबाद के तेलंगाना में हुई थी
PCIL की स्थापना 24 अक्टूबर 1991 को हैदराबाद के तेलंगाना में हुई थी और यह सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस में है। कंपनी भारत और श्रीलंका में सीधे और अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से काम करती है।
PCIL का कंसोलिडेटेड टर्नओवर वित्त वर्ष 24 में ₹1,241 करोड़, वित्त वर्ष 23 में ₹2,002 करोड़ और वित्त वर्ष 22 में 3,204 करोड़ रुपए रहा था।
अंबुजा सीमेंट का चौथी-तिमाही में शुद्ध-मुनाफा 6% बढ़कर ₹532 करोड़
अंबुजा सीमेंट ने 1 मई को Q4FY24 यानी वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए थे। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट यानी मुनाफा सालाना आधार पर 5.94% बढ़कर ₹532.29 करोड़ रहा। पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में कंपनी का मुनाफा ₹502.40 करोड़ रहा था। जबकि, इससे पहले तीसरी तिमाही में कंपनी को 513.68 करोड़ का मुनाफा हुआ था। अंबुजा सीमेंट मार्केट कैप के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट मैन्युफैक्चरर है।
अंबुजा सीमेंट का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 64% बढ़ा
Q4FY23 में अंबुजा सीमेंट का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 64% बढ़कर 1,055 करोड़ रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 645 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। चौथी तिमाही के दौरान ऑपरेशन्स से कंपनी का रेवेन्यू (आय) ₹8893.99 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 11.64% ज्यादा है। पिछले साल Q4FY23 में कंपनी को ₹7965.98 करोड़ की आय हुई थी।
पूरे वित्त वर्ष में मुनाफे में 56.66% की बढ़ोतरी
पूरे वित्त वर्ष में कंपनी के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 56.66% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। FY24 में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 4,738.01 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष यानी FY23 में अंबुजा सीमेंट का मुनाफा 3,024.38 करोड़ रुपए रहा था।
जून 2022 में अडाणी ग्रुप ने अंबुजा सीमेंट और ACC सीमेंट को खरीदा था
अडाणी ग्रुप ने जून 2022 में 10.5 बिलियन डॉलर में अंबुजा सीमेंट और ACC सीमेंट को खरीदा था। हाल ही में गौतम अडाणी के परिवार ने अंबुजा सीमेंट में ₹8,339 करोड़ निवेश किया है, जिससे सीमेंट बनाने वाली कंपनी में उनकी हिस्सेदारी बढ़कर 70.3% हो गई है। अंबुजा सीमेंट ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसके बारे में जानकारी दी थी।
अधिग्रहण के बाद अडाणी फैमिली ने 18 अक्टूबर 2022 में वारंट के माध्यम से अंबुजा सीमेंट्स में ₹5,000 करोड़ का निवेश किया था। वहीं, 22 दिन पहले यानी 28 मार्च 2024 को अडाणी फैमिली ने ₹6,661 करोड़ निवेश किया था, तब उनकी कंपनी में हिस्सेदारी 3.6% बढ़कर 66.7% हो गई थी।