मोबाइल-टावर ऑपरेटर इंडस टावर्स में वोडाफोन समूह की 2.3 बिलियन डॉलर की पूरी हिस्सेदारी अगले हफ्ते ब्लॉक डील के माध्यम से बेची जा सकती है। इंडस में वोडाफोन की 21.5% हिस्सेदारी अलग-अलग समूह संस्थाओं के माध्यम से है और इसका मूल्य 2.3 बिलियन डॉलर है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक वोडाफोन ने कथित तौर पर डील के मैनेजमेंट में मदद के लिए बैंक ऑफ अमेरिका, मॉर्गन स्टेनली और बीएनपी पारिबा को रखा है।
हालांकि, वोडाफोन इंडिया या ब्रिटेन की पैरेंट कंपनी वोडाफोन ने आधिकारिक तौर पर कोई जवाब नहीं दिया है। इंडस टावर्स ने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि वोडाफोन-आइडिया ने 5जी नेटवर्क और 4जी कवरेज को लेकर कारोबार विस्तार की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी बड़ा फंड जुटाना चाहती है।
एयरटेल ने किया था खारिज
बीते दिनों ऐसी खबरें थीं कि एयरटेल इंडस टावर्स में वोडाफोन समूह की लगभग 21 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। इस खबर पर एयरटेल ने रिएक्ट किया था। एयरटेल ने शेयर बाजार को बताया कि उसका इंडस में हिस्सेदारी बढ़ाने की उसकी कोई मंशा नहीं है। इंडस टावर्स में भारती एयरटेल के पास इस समय 47.95 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एयरटेल ने कहा था-हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि इंडस टावर्स लिमिटेड में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए भारती एयरटेल वोडाफोन समूह के साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं कर रही है। बता दें कि इंडस टावर्स दूरसंचार उद्योग को अहम इंफ्रा सर्विसेज मुहैया कराती है और एयरटेल टेलीकॉम सर्विसेज के लिए इस पर काफी हद तक निर्भर है।
शेयर का हाल
इंडस टावर्स के शेयर की बात करें तो शुक्रवार को यह 340.80 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, वोडा-आइडिया के शेयर में तूफानी तेजी थी और यह 4.11% उछाल के साथ 16.73 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक जनवरी को इस शेयर की कीमत 18.42 रुपये तक पहुंच गई। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई भी है।