Adani Group News: अदाणी ग्रुप सीमेंट सेक्टर में विस्तार कर रही है। यह कुछ सीमेंट कंपनियों को खरीदने पर विचार कर रहा है। इसमें हैदराबाद की पेन्ना सीमेंट, गुजरात की सौराष्ट्र सीमेंट, जेपी एसोसिएट्स का सीमेंट कारोबार और एबीजी शिपयार्ड की वदराज सीमेंट है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अदाणी ग्रुप ने इन कंपनियों की खरीदारी के लिए 300 करोड़ डॉलर अलग रखे हैं। यह अदाणी ग्रुप की सीमेंट प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाने और देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बनने की दिशा में आक्रामक स्ट्रैटजी का हिस्सा है। अभी आदित्य बिड़ला ग्रुप की अल्ट्राटेक सीमेंट देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है। अदणी ग्रुप की योजना तीन से चार सेल के भीतर देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बनने की है।
किस भाव पर Adani Group खरीदेगा इन कंपनियों को
अदाणी ग्रुप की इन कंपनियों में दिलचस्पी इसलिए बढ़ी है क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर सरकार का फोकस बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेन्ना सीमेंट की वैल्यू करीब 9000 करोड़ रुपये है। हालांकि यह अपनी सालाना क्षमता 1 करोड़ टन से 1.55 करोड़ टन कर रही है तो इसका वैल्यूएशन हाई हो सकता है। सौराष्ट्र सीमेंट की बात करें तो अभी इसका मार्केट कैप 1,487 करोड़ रुपये है। जयप्रकाश एसोसिएट्स की बात करें तो अप्रैल 2022 मे, डालमिया भारत ने 5,666 करोड़ रुपये में इसके सीमेंट, क्लिंकर और बिजली संयंत्रों का अधिग्रहण करने के लिए एक डेफिनिटिव समझौते पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन शेयरधारक विवादों के कारण इस सौदे में देरी हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अदाणी ग्रुप इन कंपनियों को 85-120 डॉलर प्रति टन का एंटरप्राइज वैल्यू ऑफर कर सकता है। वहीं जिसके कैपेसिटी विस्तार की संभावना होगी या लाइमस्टोन माइन्स होंगे या पैकिंग टर्मिनल होंगे; उन्हें प्रीमियम भाव देने पर विचार हो सकता है। पिछले साल अदाणी ग्रुप ने सालाना 61 लाख टन क्षमता वाले संघी सीमेंट को 100 डॉलर प्रति टन के एंटरप्राइज वैल्यू पर खरीद लिया था। पेन्ना सीमेंट की पैकिंग टर्मिनल कैपेसिटी सालाना 28 लाख टन, सौराष्ट्र सीमेंट की 50 लाख टन और जयप्रकाश एसोसिएट्स की 95 लाख टन और वदराज सीमेंट की 60 लाख टन है। इसमें से जयप्रकाश एसोसिएट्स और वदराज सीमेंट दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।
Ambuja Cement के जरिए Adani Group करेगा विस्तार
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अदाणी ग्रुप अंबुजा सीमेंट के रास्ते इन कंपनियों की खरीदारी करेगा। इसकी वजह ये है कि अप्रैल के आखिरी में इसके पास 24,338 रुपये की नगदी और कैश इक्विवैलेंट थी जो प्रमोटर के 8339 करोड़ रुपये से अधिक है। इस पर कोई कर्ज नहीं है। हालांकि अदाणी ग्रुप दक्षिण भारत में एसीसी के जरिए भी खरीदारी पर विचार कर सकता है, जहां इसका दबदबा कम है