ixigo IPO: ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म इक्सिगो की पैरेंट कंपनी ले ट्रैवेन्यूज टेक्नोलॉजी (Le Travenues Technology) के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिल रहा है। आज इस आईपीओ को सब्सक्राइब करने का आखिरी दिन है। तीन दिनों में अब तक यह 44 गुना से अधिक सब्सक्राइब हो चुका है। आईपीओ खुलने से पहले एंकर निवेशकों से इसने 333 करोड़ रुपये जुटाए थे। 10 जून को जब आईपीओ खुला था तो खुलने के कुछ ही देर में यह इश्यू पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। ग्रे मार्केट में इसके शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 36 रुपये यानी 38.71 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर पैसे लगाने चाहिए।
कैटेगरीवाइज सब्सक्रिप्शन की स्थिति
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)- 28.06 गुना
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII)- 80.75 गुना
खुदरा निवेशक- 40.74 गुना
टोटल-44.73 गुना
(सोर्स: 2 Jun 2024 | 01:57:00 PM)
ixigo IPO के बारे में डिटेल्स
इक्सिगो के ₹740.10 करोड़ के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 88-93 रुपये और लॉट साइज 161 शेयरों का है। आईपीओ का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और बाकी 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 13 जून को फाइनल होगा। इसके बाद BSE और NSE पर 18 जून को एंट्री होगी।
इस आईपीओ के तहत 120 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 6,66,77,674 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी क्लाउड इंफ्रा और टेक्नोलॉजी में निवेश, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Le Travenues Technology के बारे में
वर्ष 2006 में बनी ला ट्रैवेन्यूज टेक्नोलॉजी एक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी है। इसके इक्सिगो ब्रांड नाम के प्लेटफॉर्म के जरिए ट्रेन, फ्लाईट, बस के टिकटों के अलावा होटल की भी बुकिंग होती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 7.53 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष 2022 में यह 21.09 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे में आ गई। फिर अगले वित्त वर्ष 2023 में इसकी वित्तीय सेहत सुधरी और इसे 23.40 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 93 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 517.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 65.71 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 497.10 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।