Indigo Share Price: प्राइवेट सेक्टर की एयलाइन इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (Interglobe Aviation) के शेयरों में आज बिकवाली का भारी दबाव दिखा। इसकी वजह 39.4 करोड़ डॉलर की एक ब्लॉक डील है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहुल भाटिया की प्रमोटर एंटिटी इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज लिमिटेड अपनी दो फीसदी हिस्सेदारी बेच दी। इस खुलासे ने इंडिगो के शेयरों पर दबाव बना दिया और इंट्रा-डे में BSE पर यह 4.41 फीसदी टूटकर 4361.00 रुपये के भाव पर आ गया। कुछ निवेशकों ने इस गिरावट को निवेश के मौके के तौर पर लिया। इससे थोड़ी रिकवरी हुई लेकिन अब भी यह काफी कमजोर है।
फिलहाल यह 3.74 फीसदी की गिरावट के साथ 4391.80 रुपये पर है। पिछले साल 13 जून 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 2,331.20 रुपये पर और एक कारोबारी दिन पहले 10 जून 2024 को एक साल के हाई 4,610.00 रुपये पर था।
Indigo ब्लॉक डील के लिए क्या है फ्लोर प्राइस?
3700 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील के तहत इंडिगो के 83.7 लाख शेयरों का लेन-देन हुआ और यह 4406 रुपये के औसत भाव पर हुआ। इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड ने इसकी दो फीसदी हिस्सेदारी बेची और मार्च तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से इसकी इंटरग्लोब एविएशन में 37.91 फीसदी हिस्सेदारी है। अब आज दो फीसदी हिस्सेदारी बेचने के बाद भाटिया परिवार एक साल तक अपनी हिस्सेदारी कम नहीं कर सकेगी। आईपीओ आने के बाद यह पहली बार है, जब भाटिया फैमिली ने अपनी होल्डिंग कम की है।
भाटिया परिवार ने क्यों बेची हिस्सेदारी?
रिपोर्ट के मुताबिक प्रमोटर ग्रुप की योजना हॉस्पिटैलिची बिजनेस में निवेश की है जिसके जरिए यह यूरोप में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहती है। पिछले साल दिसंबर में इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज ने नए लाइफस्टाइल होटल ब्रांड Miiro का ऐलान किया था। इसके तहत कंपनी की योजना यूरोपीय शहरों में होटल्स शुरू करने की है। सबसे पहले इसे पेरिस और बार्सीलोना में खोलने की योजना है और फिर उसके बाद विस्तार किया जाएगा।