कोरोना के बाद शेयर बाजार की तूफानी तेजी ने इक्विटी निवेशकों को मालामाल कर दिया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आंकड़ों के जरिए यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जेरोधा का उपयोग करने वाले इक्विटी निवेशकों की एयूएम यानी एसेट अंडर मैनेजमेंट की रकम 4.5 लाख करोड़ रुपये है।
नितिन ने बताया कि एयूएम में से निवेशकों ने 50,000 करोड़ रुपये का मुनाफा निकाल लिया है तो 1 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा अब भी दिख रहा है। इस तरह, कुल एयूएम में 1.50 लाख करोड़ रुपया निवेशकों के मुनाफे का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अधिकांश एयूएम पिछले चार वर्षों में जोड़ा गया है।
मई में बना रिकॉर्ड
बता दें कि भारतीय इक्विटी फंडों में निवेश पिछले महीने रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। चुनाव नतीजों से पहले स्टॉक में अस्थिरता बढ़ने के बावजूद खुदरा निवेशक आश्वस्त नजर आ रहे थे। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों के अनुसार, मई महीने के दौरान इक्विटी म्यूचुअल फंड में फ्लो 83% बढ़कर ₹34,697 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो अप्रैल में ₹18917 करोड़ था। यह इक्विटी फंड में शुद्ध निवेश का लगातार 39वां महीना है।
एसआईपी में योगदान
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) से मासिक योगदान बढ़कर मई में 20,904 करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 20,371 करोड़ रुपये था। इन योजनाओ में मासिक निवेश लगातार दूसरे महीने 20,000 करोड़ रुपये से अधिक है। म्यूचुअल फंड उद्योग ने मई में कुल मिलाकर 1.1 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा, जो इससे पहले अप्रैल में 2.4 लाख करोड़ रुपये था।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा-बीच-बीच में होने वाले सुधारों ने निवेशकों को बाजार में कुछ खरीदारी का मौका दिया। इसके अलावा, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में वापस आने की उम्मीद ने भी निवेशकों की खरीदारी को बढ़ावा दिया।