देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के शेयरों में शुक्रवार को तूफानी तेजी देखने को मिली। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यह शेयर 829.90 रुपये पर पहुंच गया। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर 1.59% गिरकर बंद हुआ। शेयर ट्रेडिंग के दौरान 831 रुपये के भाव तक पहुंच गया था। 3 जून 2024 को शेयर 912.10 रुपये पर पहुंच गया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। शेयर ने अक्टूबर 2023 में 543.15 रुपये के 52 वीक लो को टच किया था।
क्या कहना है ब्रोकरेज का
SBI वैल्यूएशन के मामले में निजी क्षेत्र के कुछ बैंकों के करीब पहुंच रहा है। ब्रोकरेज जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि ऋण संबंधी चिंताएं अभी भी पीएसयू बैंकों के लिए एक प्रमुख चर्चा का विषय बनी हुई हैं। जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि क्रेडिट मांग में सुधार एसबीआई को निकट अवधि में क्रेडिट ग्रोथ देने में मदद कर सकती है। ब्रोकरेज ने शेयर के लिए टारगेट प्राइस 1050 रुपये तय किया है। इसके साथ ही शेयर पर अपनी खरीद रेटिंग बनाए रखी है। ब्रोकरेज ने कहा कि बैंक का मूल्यांकन वित्त वर्ष 26 के अनुमानित बीवीपीएस का 1.5 गुना है। एसबीआई हमारी शीर्ष पीएसयू पसंद बनी हुई है।
एसबीआई नोमुरा की शीर्ष पसंद है। इसने शेयर पर 1000 रुपये का टारगेट भी रखा है। ब्रोकरेज ने एसबीआई के लिए अपने वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 प्रति शेयर आय अनुमान को 15% बढ़ा दिया और उसी समय सीमा के लिए अपने क्रेडिट लागत अनुमान को 0.55% से घटाकर 0.4% कर दिया।
बैंक के नतीजे
मार्च तिमाही में एसबीआई ने उच्च ब्याज आय और कम प्रावधानों के कारण 20,698.35 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हासिल किया, जो साल-दर-साल 24 प्रतिशत अधिक है। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में 16,694.5 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया था। बैंक के बोर्ड ने 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए प्रति इक्विटी शेयर 13.70 रुपये का डिविडेंड घोषित किया।