अमेरिकी शेयर बाजार में 7 जून को मिला-जुला रुझान देखने को मिल रहा है। मई में अमेरिकी जॉब डेटा अनुमान से बेहतर रहने के बाद बाजार में गतिविधियां तेज हो गई हैं। हालांकि, निवेशक कमजोर डेटा का अनुमान लगा रहे थे, ताकि फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में कटौती के प्रोत्साहन मिलता। बहरहाल, शेयर बाजार अब दिखाना चाह रहा है कि अर्थव्यवस्था में हर हाल में मजबूती बनी रहेगी।
अमेरिकी शेयर बाजार में 7 जून को शुरुआती कारोबार में S&P 500 इंडेक्स 52 हफ्ते के हाई पर 5,370.30 अंकों पर पहुंच गया। भारतीय समय के मुताबिक, रात के 9 बजे सूचकांक मामूली बढ़ोतरी के साथ 5,357 पर कारोबार कर रहा था। डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज सूचकांक 0.19 पर्सेंट ऊपर 38,960 पर पहुंच चुका था। हालांकि, नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ 17,165 पर कारोबार कर रहा था।
इससे पहले भारतीय शेयर बाजार 7 जून को बढ़त के साथ बंद हुए। कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स ने 76,795.31 के रिकॉर्ड स्तर को छू लिया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी सूचकांक 2.05 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 23,290.15 अंकों पर पहुंच गया, जबकि सेंसेक्स 2.16 पर्सेंट ऊपर 76,693.36 अंकों पर बंद हुआ। सभी प्रमुख सेक्टर बढ़त के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजारों में 7 जून को गिरावट देखने को मिली। FTSE सूचकांक 0.48 पर्सेंट की गिरावट के साथ 8,245.37 पर पहुंच गया, जबकि Dax 0.52 पर्सेंट गिर गया। CAC भी 0.48 पर्सेंट की गिरावट के साथ 8,001.80 पर पहुंच गया।