माइनिंग कारोबार में सक्रिय वेदांता लिमिटेड को अपने कारोबार का विभाजन करने के प्रस्ताव को ज्यादातर कर्जदाताओं से मंजूरी मिल गई है। कंपनी की 6 स्वतंत्र सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित होने की योजना की दिशा में यह एक अहम कदम है। इस बीच, वेदांता के शेयर में गुरुवार को तूफानी तेजी दर्ज की गई और यह 2% चढ़कर 450.45 रुपये पर बंद हुए।
क्या कहा कंपनी के अधिकारी ने
वेदांता के एक वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी ने हाल ही में बांडधारकों के साथ ‘कांफ्रेन्स कॉल’ में कहा- मुझे आप सभी को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमें 52 प्रतिशत से अधिक की मंजूरी मिल गयी है, जो हमें 75 प्रतिशत तक पहुंचने के लिए जरूरी है। हमने उस सीमा को भी पार कर लिया है। ज्यादातर ऋणदाताओं ने इसे मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि कुछ की समिति की बैठक लंबित है और कुछ की निदेशक मंडल की बैठक लंबित है। इसलिए, जैसा कि हम बात कर रहे हैं, हमें पहले ही 52 प्रतिशत की मंजूरी मिल चुकी है। शेष एक सप्ताह या 10 दिनों में पूरी हो जाएगी। इसके बाद हम एनसीएलटी के पास आवेदन करेंगे।
पहले ही मिल चुकी एसबीआई की मंजूरी
एक बैंक अधिकारी के अनुसार, समूह के प्रमुख ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने पहले ही अपनी सहमति दे दी थी। इस महत्वपूर्ण स्वीकृति को कंपनी के लिए अंतिम प्रमुख अनुपालन जरूरत के रूप में देखा गया है, जिस पर बाजार की गहरी नजर थी। यह 20 अरब डॉलर के विभाजन का रास्ता साफ करता है।