भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को लोकसभा में मामूली बहुमत मिलने के बाद अब इकोनॉमिकल रिफॉर्म को लेकर अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच, अमेरिका की रेटिंग एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने कहा है कि दूरगामी आर्थिक और राजकोषीय सुधारों में देरी हो सकती है, जिससे राजकोषीय समेकन की दिशा में प्रगति बाधित हो सकती है।
क्या कहा रेटिंग एजेंसी ने
मूडीज ने कहा-हम उम्मीद करते हैं कि नीतिगत निरंतरता, खासकर बुनियादी ढांचे पर खर्च तथा घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने पर बजटीय जोर के संबंध में मजबूत आर्थिक वृद्धि को समर्थन प्रदान करेगी। एजेंसी ने कहा कि राजग की अपेक्षाकृत कम अंतर से जीत तथा संसद में भाजपा का पूर्ण बहुमत खोने से दूरगामी आर्थिक तथा राजकोषीय सुधारों में देरी कर सकती है, जिससे राजकोषीय समेकन की दिशा में प्रगति बाधित हो सकती है। मूडीज ने कहा कि भारत की आर्थिक ताकत को लेकर हमारा आकलन है कि वित्त वर्ष 2023-24 से 2025-26 के बीच वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर करीब सात प्रतिशत रहेगी।
जी-20 में सबसे तेज इकोनॉमी
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक उसका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 तक भारत जी-20 में अन्य सभी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ेगा, लेकिन निकट अवधि की आर्थिक गति संरचनात्मक कमजोरियों को छिपाती है, जो दीर्घकालिक संभावित वृद्धि के लिए जोखिम उत्पन्न करती है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत भाजपा ने 2014 के बाद पहली बार अपना बहुमत खो दिया और 543 सीट वाली लोकसभा में से 240 सीट ही हासिल कर पाई। वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने की योजना बना रही है, जिसने 52 सीट जीती हैं। इससे गठबंधन को 292 सीट का बहुमत हासिल हो जाता है।
जीडीपी पर अनुमान
हाल ही में मूडीज रेटिंग्स ने भारत की वृद्धि दर 2024 में 6.8 प्रतिशत और 2025 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। भारत की वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वर्ष 2023 में 7.7 प्रतिशत बढ़ी थी, जबकि 2022 में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर थी।