लोकसभा चुनाव के अब तक के रूझानों के मुताबिक एक बार फिर NDA की सरकार बनती दिख रही है। हालांकि, एग्जिट पोल के मुकाबले BJP को कम सीटें मिलने की वजह से आज बाजार में बिकवाली का दबाव दिखा। इसके चलते आज 4 जून को BSE-लिस्टेड कंपनियों ने लगभग 40 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप खो दिया। आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी CEO फिरोज अजीज ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शॉर्ट टर्म में कुछ हद तक यह निराशा बनी रहेगी। हालांकि, अजीज ने मीडियम टर्म में किसी भी तरह की बड़ी गिरावट से इनकार किया। उन्होंने कहा कि आज एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक नतीजे नहीं आने के चलते बाजार में गिरावट आई है।
“10 साल में 32 बार आई है 10 फीसदी से अधिक की गिरावट”
अजीज ने बताया, “दस साल में करीब 32 बार ऐसा हुआ, जब मार्केट 10 फीसदी से अधिक गिरा है। हर साल दो से तीन बार मार्केट का 10 फीसदी गिरना सामान्य है। ऐसे में अगर निफ्टी अगले 5 साल में 11-12 फीसदी रिटर्न देती है तो यह और पक्का हो जाता है कि इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेशक इस दौरान अपने पैसे डबल कर सकते हैं।”
शॉर्ट टर्म के लिए बाजार में आ सकती है मंदी
अजीज ने बताया कि स्थिर सरकार के गठन से निफ्टी को आगे चलकर अर्निंग ग्रोथ में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। अजीज ने कहा कि अगर एनडीए 300-305 सीटें नहीं जीत पाता है, तो मार्केट पार्टिसिपेंट्स को शॉर्ट टर्म के लिए मंदी का सामना करना पड़ सकता है। इस साल अब तक निफ्टी में 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि सेंसेक्स फ्लैट से पॉजिटिव रहा है। लॉन्ग टर्म आउटलुक से देखें तो अजीज अगले 5 सालों में भारतीय इक्विटी पर बुलिश बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर निफ्टी 8-9 फीसदी रिटर्न देता है, तो भी यह डेट रिटर्न से ऊपर है।