स्टॉक मार्केट पर एग्जिट पोल के नतीजों का असर 3 जून को दिखा। इसकी एक बड़ी वजह शॉर्ट-कवरिंग हो सकती है। मार्केट खुलते ही Nifty 780 प्वाइंट्स तक उछल कर 23,468 पर पहुंच गया। दिग्गज इनवेस्टर सुशील केडिया ने मार्केट में धमाके की उम्मीद जताई थी। जो लोग डरे हुए थे या हेज किया था, वे अब खरीदारी करेंगे। केडिया का कहना है कि ज्यादातर मार्केट्स में तेजी दिखेगी। उन्होंने तो यहां तक कहा कि 4 जून को फाइनल नतीजे एग्जिट पोल के अनुमान से ज्यादा रह सकते हैं। आम तौर पर यह देखा गया है कि एग्जिट पोल के अनुमान फाइनल नतीजों के मुकाबले कंजरवेटिव होते हैं। इसलिए जिन लोगों ने खरीदारी नहीं की है और जिन लोगों ने कम खरीदारी की है, वे अब पार्टिसिपेट करेंगे।
मार्केट ने 3 जून को जीडीपी के डेटा पर भी प्रतिक्रिया दिखाई। ये डेटा 31 मई को आए थे। इधर, मानसून तय समय से पहले केरल पहुंच गया है। ये ऐसी खबरें हैं, जो स्टॉक मार्केट्स और इकोनॉमी के लिए अच्छी हैं। GDP के डेटा 7 फीसदी के अनुमान के मुकाबले 7.8 फीसदी रहे। दूसरी बात यह कि पिछले हफ्ते ट्रेडर्स ने आगे रिस्क को देखते हुए अपनी पॉजिशन घटाई थी। वे अब नई लॉन्ग पॉजिशंस बनाएंगे। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सिंगल सेशन में इंडेक्स में अपने शॉर्ट बढ़ाए थे। एक दिन में इतना शॉर्ट पहले कभी नहीं दिखा था। लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 14:86 फीसदी पहुंच गया था।
सुबह 10:30 बजे निफ्टी 659 अंक चढ़कर 23,180 प्वाइंट्स पर था। Sensex 2135 अंक चढ़कर 76,101 प्वाइंट्स पर था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट में यह तेजी पूरे दिन जारी रहेगी। निफ्टी बैंक इंडेक्स 3.16 फीसदी ऊपर चल रहा था। निफ्टी मिडकैप भी 2.74 फीसदी का उछाल दिखा रहा था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर 4 जून को फाइनल नतीजें अनुमान के मुताबिक रहते हैं तो बाजार में भरोसा बढ़ेगा। मार्केट लंबी अवधि के बुल रन में पहुंच जाएगा।
पिछले कुछ महीनों से विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मार्केट में निवेश नहीं किया है। उनकी चिंता वैल्यूएशन को लेकर है। लेकिन, अब मार्केट में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। ऐसे में विदेशी निवेशकों के पास भी इंडिया में निवेश करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं होगा। उनकी खरीदारी शुरू करने पर मार्केट को सपोर्ट मिलेगा। घरेलू संस्थागत निवेशक पहले से अच्छी खरीदारी कर रहे हैं। उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है।