शेयर बाजार में अगले हफ्ते तेजी देखने को मिल सकती है। लोकसभा इलेक्शन रिजल्ट, RBI पॉलिसी, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा, ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, FII-DII फ्लो और अपकमिंग IPO पर बाजार की नजर रहेगी।
यहां हम ऐसे फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे अगले हफ्ते में बाजार की चाल तय होगी…
1. लोकसभा इलेक्शन रिजल्ट
एग्जिट पोल के बाद सभी की नजरें अब 4 जून को आने वाले एक्चुअल चुनाव नतीजों पर रहेंगी। मार्केट एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि फाइनल रिजल्ट्स भी एग्जिट पोल के आसपास होंगे। 4 जून के बाद बाजार अगले पांच सालों के लिए सरकार के रोडमैप पर फोकस करना शुरू कर देगा।
मतदान के बाद मतदान केंद्रों से बाहर निकलने वाले लोगों के सर्वे में कई एजेंसियों ने संकेत दिया कि भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 2024 के लोकसभा चुनाव में 350 से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है। वहीं कुछ एजेंसियों ने NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान बताया है, जिसमें नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
2. RBI पॉलिसी
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि चुनाव नतीजों के अलावा बाजार के लिए एक अन्य अहम इवेंट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग है। MPC की मीटिंग के नतीजे 7 जून को आएंगे। ज्यादातर एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पॉलिसी रेट्स में कोई बदलाव नहीं होगा और मुख्य रूप से RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान पर फोकस होगा।
बार्कलेज की रीजनल इकोनॉमिस्ट श्रेया सोधानी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में GDP का आंकड़ा 7.8% रहा, जो बताता है कि विकास दर RBI की उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। जिसका मतलब है कि केंद्रीय बैंक को दरों में कटौती करने की कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2024 में GDP ग्रोथ 7.8% रही है।
3. डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा
इस हफ्ते मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI के मई के आंकड़े भी आने हैं। मई महीने के लिए HSBC मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI आंकड़े 3 जून और 5 जून को जारी किए जाएंगे। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि दोनों आंकड़े अप्रैल में दर्ज किए गए 58.8 और 60.8 की पिछली संख्या से ज्यादा होंगे। इसके अलावा, 31 मई को समाप्त हफ्ते के लिए फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़े भी आने वाले हफ्ते में 7 जून को जारी किए जाएंगे।
4. ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
ग्लोबल लेवल पर अगले हफ्ते बाजार का फोकस अनइंप्लॉयमेंट रेट, नॉन-फार्म-पेरोल्स, JOLTs जॉब ओपनिंग एंड क्विट्स और अमेरिका से नौकरियों में कटौती पर रहेगा। यह सभी डेटा अगले हफ्ते 12 जून को तय FOMC मीटिंग से पहले अहम हैं। इसके अलावा अमेरिका, चीन, जापान और यूरो एरिया समेत कई देशों के मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI डेटा पर भी बाजार की नजर रहेगी, जो 3 जून और 5 जून को जारी किए जाएंगे।
5. FII-DII फ्लो
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की एक्टिविटी पर भी बाजार की नजर रहेगी। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पिछले कुछ महीनों में उनके आउटफ्लो के बाद FII वापस आएंगे। भारत में संभावित राजनीतिक स्थिरता, मजबूत आर्थिक विकास और मैनेजेबल इन्फ्लेशन के चलते खरीदारी हो सकती है। FII ने मई में कैश सेगमेंट में 42,214 करोड़ रुपए की नेट सेल्स की है, जो जून 2022 के बाद से सबसे ज्यादा मंथली सेल्स है, जिसका कारण चीनी शेयरों में उनकी खरीद और US बॉन्ड यील्ड (4.5% पर कारोबार) में उछाल है।
हालांकि, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने मई महीने में 55,733 करोड़ रुपए के शेयर खरीदकर FII के आउटफ्लो की पूरी भरपाई की, जो वास्तव में बाजार के लिए एक प्रमुख सपोर्टिंग फैक्टर के रूप में काम कर रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर चुनाव परिणाम राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करते हैं, तो ऐसी स्थिति में FII के भी खरीदार बनने की संभावना है।
6. इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)
प्राइमरी मार्केट में निवेशकों को आने वाले हफ्ते में तीन नए IPO देखने को मिलेंगे। मेनबोर्ड सेगमेंट से 130 करोड़ रुपए का क्रोनॉक्स लैब साइंसेज का IPO 3 जून को ओपन होगा। वहीं अन्य दो IPO मैजेंटा लाइफकेयर और सैट्रिक्स इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी SME सेगमेंट से होंगे, ये दोनों IPO 5 जून को ओपन होंगे।
पिछले पूरे कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स 2% और निफ्टी 1.98% गिरा
पिछले पूरे कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स में 2% की गिरावट देखने को मिली। निफ्टी में भी 1.98% की गिरावट रही थी।
वहीं हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार यानी 31 मई को शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली थी। सेंसेक्स 75 अंक की तेजी के साथ 73,961 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी में भी 42 अंक की तेजी रही, ये 22,530 के स्तर पर बंद हुआ था।