सीएलएसए (CLSA) के विश्लेषकों ने अपनी ताजा रिपोर्ट में मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), सुनील मित्तल नियंत्रित भारती एयरटेल, इंडस टावर्स और ओएनजीसी, इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), एनएचपीसी जैसे खास सरकारी उपक्रमों के शेयरों को ‘मोदी स्टॉक्स’ (Modi Stocks) का नाम दिया है। इन शेयरों ने पिछले 6 महीनों में निफ्टी-50 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
सीएलएसए का कहना है कि निफ्टी में 14 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले मोदी स्टॉक्स (Modi Stocks) में औसत तेजी पिछले 6 महीनों में 50 प्रतिशत रही है। यदि बाजार 4 जून को सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में मजबूत चुनाव परिणाम से उत्साहित हुआ तो इस श्रेणी के शेयरों में तेजी बनी रह सकती है।
चुनावी उत्साह जानने के लिए सीएलएसए ने उन 183 शेयरों का विश्लेषण किया जहां सक्रिय वायदा एवं विकल्प (एफऐंडओ) ने उन्हें भारतीय शेयर बाजार का अधिक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने में मदद की।
मोदी शेयर क्या हैं? (What are Modi Stocks?)
पिछले 6 महीनों के दौरान जहां निफ्टी-50 सूचकांक करीब 14 प्रतिशत चढ़ा है वहीं इस सूची के 183 में करीब 44 प्रतिशत शेयरों ने निफ्टी के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया जिससे संकेत मिलता है कि तेजी व्यापक नहीं रही।
सीएलएसए के विकास कुमार जैन, आदर्श अग्रवाल और हेमंत कोठारी ने एक ताजा रिपोर्ट में कहा, ‘हम विश्लेषण कर उन शेयरों को अलग कर दें जिन्हें लोकप्रिय रूप से संभावित नीतिगत उपायों का सबसे अधिक प्रत्यक्ष लाभार्थी माना जाता है बशर्ते कि तीसरे कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मजबूत बहुमत वाली सरकार बने।”
उन्होंने कहा, ‘चूंकि ये शेयर विभिन्न क्षेत्रों में धारणाओं के आधार पर तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए आसानी के लिए हम इन्हें ‘मोदी शेयर’ कह रहे हैं। ये शेयर पूंजीगत खर्च और बुनियादी ढांचा केंद्रित क्षेत्र, सरकारी उपक्रमों या कुछ कॉरपोरेट घरानों से जुड़े हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हमने इन 183 में से 54 शेयरों की पहचान मोदी शेयरों के रूप में की है। दिलचस्प बात यह है कि इन 54 में से सिर्फ 5 शेयरों का प्रदर्शन ही पिछले 6 महीने में कमजोर रहा, जिसका मतलब है कि करीब 90 प्रतिशत मोदी शेयरों ने पिछले 6 महीनों के दौरान निफ्टी की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।’
सीएलएसए ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से होने के बावजूद एफऐंडओ सेगमेंट के सभी 27 पीएसयू शेयरों ने पिछले 6 महीनों के दौरान निफ्टी को पीछे छोड़ दिया है। 27 गैर-पीएसयू मोदी शेयरों में सभी (पांच सीमेंट कंपनियों को छोड़कर) ने इस अवधि के दौरान निफ्टी के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया। इससे पता चलता है कि पिछले 6 महीने में कीमतों में उतार-चढ़ाव सिर्फ इस चुनावी थीम पर आधारित रहा है।
कोठारी, जैन और अग्रवाल ने लिखा है, ‘इसका यह भी मतलब है कि शेष 129 शेयरों में 58 प्रतिशत ने इस अवधि के दौरान निफ्टी से कमजोर प्रदर्शन किया।’
मोदी शेयरों की श्रेणी में सीएलएसए इंडिया के विश्लेषकों ने पीएसयू क्षेत्र में ओएनजीसी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, एसबीआई, पावर फाइनैंस, आईजीएल और महानगर गैस को पसंद किया है।
वहीं गैर-पीएसयू मोदी शेयरों में सीएलएसए के विश्लेषकों को अशोक लीलैंड, अल्ट्राटेक सीमेंट, लार्सन ऐंड टुब्रो और शुल्क वृद्धि से जुड़े दूरसंचार शेयरों – भारती एयरटेल, इंडस टावर्स और आरआईएल को पसंद किया है।