लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में सुस्ती देखने को मिली सकती है। जेफरीज इंडिया के स्ट्रेटेजिस्ट महेश नंदुरकर ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि लार्जकैप स्टॉक्स में तेजी दिख सकती है। सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में उन्होंने कहा कि लार्जकैप स्टॉक्स में तेजी की गुंजाइश बची हुई है। खासकर इसलिए कि बड़े विदेशी निवेशक पिछले कुछ महीनों से इंडियन मार्केट में बिकवाली कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगे स्मॉलकैप और मिडकैप में सुस्ती दिख सकती है, क्योंकि इन स्टॉक्स में घरेलू निवेशकों का इनवेस्टमेंट हाई लेवल पर पहुंच गया है। जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आगे घरेलू निवेशक अपना कुछ पैसा निकाल भी सकते हैं। नंदुरकर का कहना है कि चुनाव के नतीजों से पहले स्टॉक मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिली है। सिर्फ निवेशकों का एक समूह इंडियन मार्केट में निवेश नहीं कर रहा है। यह विदेशी निवेशकों का समूह है।
नंदुरकर ने विदेशी निवेशकों के बारे में कहा है कि इस बात की काफी संभावना है कि वे इंडियन मार्केट में लौटेंगे। उनकी दिलचस्पी लार्जकैप स्टॉक्स में होगी। इधर, मिडकैप स्टॉक्स के निवेशकों को कीमतों में सुस्ती के लिए तैयार रहना चाहिए। हम इससे पहले घरेलू संस्थागत निवेशकों और रिटेल निवेशकों का काफी एक्शन देख चुके हैं। पिछले 4-5 महीनों में स्टॉक मार्केट में हर महीने करीब 7 अरब डॉलर का निवेश हुआ है। यह बड़ा अमाउंट है।
अर्निंग्स ग्रोथ के बारे में नंदुरकर ने कहा कि FY25 और FY26 में हमें कंपनियों की अर्निंग्स की ग्रोथ करीब 12-13 फीसदी रहने की उम्मीद है। इंडस्ट्रियल्स, मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और बैंकों की अर्निंग्स ग्रोत 16-17 फीसदी के बीच रह सकती है। आईटी कंपनियों की ग्रोथ इसके मुकाबले कम रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजों के बाद कुछ दिन तक पॉलिसी से जुड़ी नई पहले से निवेशकों को गाइडेंस मिलेगा।