Awfis Space Solutions IPO Listing: वर्कस्पेस सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस (Awfis Space Solutions) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 108 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 383 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 432.25 रुपये और NSE पर 435.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 13.58 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Awfis Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 445.25 रुपये (Awfis Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 16.25 फीसदी मुनाफे में हैं। खुदरा निवेशक अधिक मुनाफे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 36 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।
Awfis Space Solutions IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस का ₹598.93 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 22-27 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 108.17 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 116.95 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 129.27 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 53.23 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 24.68 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 128 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,22,95,699 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी नए सेंटर्स बनाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Awfis Space Solutions के बारे में
दिसंबर 2014 में बनी ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस इंडिविजुअल्स, स्टार्टअप, एसएमई और बड़ी कंपनियों को वर्कस्पेस सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसके अलावा यह फूड एंड बेवरेजेज, आईटी सपोर्ट, इंफ्रा सर्विसेज और इवेंट होस्टिंग जैसी सपोर्टिंग सर्विसेज भी देती है। दिसंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक देश के 16 शहरों में इसके 169 सेंटर्स हैं जहां 1,05,258 सीट्स और 53.3 लाख स्क्वायर फीट चार्जेबल एरिया है। इसके अलावा 31 सेंटर्स पर 12.3 लाख स्क्वॉयर फीट के चार्जेबल एरिया में 25,312 सीट फिट-आउट के तहत हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार शुद्ध घाटे में दिख रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 42.64 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में और बढ़कर 57.16 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि अगले वित्त वर्ष में इसका घाटा 46.64 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 61 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 565.79 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 18.94 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन रेवेन्यू 633.69 करोड़ रुपये का हुआ।