इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRCTC) ने आज 28 मई को FY24 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर दो फीसदी बढ़ा है। कंपनी ने इस अवधि में 284.2 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 278.8 करोड़ रुपये था। इस बीच आज कंपनी के शेयरों में 1.60 फीसदी की गिरावट देखी गई है। यह स्टॉक BSE पर 1082.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने मार्केट क्लोज होने के बाद नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का मार्केट कैप 86,616 करोड़ रुपये है।
IRCTC का रेवेन्यू 20% बढ़ा
ऑनलाइन टिकट के साथ ही ट्रेनों में फूड सर्विसेज मुहैया करने वाली कंपनी ने 28 मई को रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि इसका रेवेन्यू 20 फीसदी बढ़कर 1154.8 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 965 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान कंपनी का EBIDTA 3.4 फीसदी बढ़कर 402.96 करोड़ रुपये रहा। EBIDTA मार्जिन एक साल पहले की समान अवधि के 36.8 फीसदी की तुलना में 34.89 फीसदी रहा।
अनुमान से कमजोर रहे IRCTC के नतीजे
टॉपलाइन और बॉटमलाइन दोनों ही एनालिस्ट्स की उम्मीदों से कम रहे। प्रभुदास लीलाधर ने उम्मीद जताई थी कि कंपनी 306.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज करेगी, जो सालाना आधार पर 21.2 फीसदी अधिक (तिमाही आधार पर 2.5 फीसदी कम) होता। प्रभुदास लीलाधर ने शुद्ध बिक्री सालाना 17.2 फीसदी (तिमाही आधार पर 1.1 फीसदी की वृद्धि) बढ़कर 1130.8 करोड़ रुपये होने की उम्मीद जताई थी।
IRCTC ने किया 4 रुपये के डिविडेंड का ऐलान
IRCTC के बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रति शेयर 4 रुपये का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है। यह पेड-अप शेयर कैपिटल का 200 फीसदी है, जो 256 करोड़ रुपये है। पिछले तीन महीनों में शेयर में 19 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। पिछले महीने इसमें 5 फीसदी की तेजी आई थी।
IRCTC भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन रेलवे टिकट, रेलवे की कैटरिंग सर्विसेज और भारत में रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में पैकेज्ड पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत एकमात्र एंटिटी है। कंपनी ने पिछले कुछ सालों में अपनी सर्विसेज का विस्तार किया है, जिसमें पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी ऑफरिंग शामिल है, जैसे कि लक्जरी ट्रेन टूर, होटल बुकिंग और हॉलिडे पैकेज।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही तक कंपनी में भारत सरकार के पास 62.4 फीसदी शेयर हैं, जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 7.1 फीसदी और 10.5 फीसदी शेयर हैं। रेगुलर शेयरहोल्डर्स के पास 20 फीसदी शेयर हैं।