4 जून को लोकसभा के नतीजे आने से पहले अब सिर्फ 5 कारोबारी सेशन अब बचे हैं। इन 5 दिनों में आप मार्केट के नजदीक तभी जाएं जब रिस्क लेने की हिम्मत हो। अगर जोखिम पचाने की ताकत ना हो तो मार्केट से दूर रहना ही बेहतर है। शेयर मार्केट के उतारचढ़ाव को देखते हुए ट्रेडर्स फिलहाल मार्केट में सावधानी बरत रहे हैं। इस उथलपुथल के बीच शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली है और इंडेक्स फ्यूचर्स में काफी बिल्डअप देखने को मिला है।
मंत्री फिनमार्ट के अरुण मंत्री ने कहा है कि शॉर्ट टर्म में मार्केट का सेंटिमेंट बुलिश है। हालांकि इन बुलिश संकेतों के बावजूद इंडिया VIX में लगातार उछाल से मार्केट सहमा हुआ है। वीआईएक्स के हाई लेवल का मतलब है कि मार्केट में अनिश्चितता होना। तो अगर आप भी बाजार में फिलहाल सोचसमझकर कोई एक्शन लीजिएगा। अब हम आपको 4 ऐसे सरकारी शेयरों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने सिर्फ 5 महीनों में ही मल्टीबैगर रिटर्न दिया।
पांच महीनों में ही धमाकेदार रिटर्न
इस साल के अभी 5 महीने ही निकले हैं और इन पांच महीनों में ही 4 शेयरों ने निवेशकों को कई गुना रिटर्न दे दिया है। इन कंपनियों में कोचीन शिपयार्ड, हुडको, रेल विकास निगम और IFCI शामिल हैं। निवेशकों ने इन सरकारी कंपनियों के बेहतर होते फंडामेंटल्स और मजबूत ऑर्डर बुक पर दांव लगाना जारी रखा है।
इस साल अब तक कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में लगभग तीन गुना की तेजी आ चुकी है।
वहीं HUDCO, रेल विकास निगम और IFCI के शेयरों में साल के पहले पांच महीनों के दौरान 100% से 110% तक की तेजी आ चुकी है। इन सबके बीच खास बात यह है कि इन चारों कंपनियों ने साल 2023 में भी अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया था।
कोचीन शिपयार्ड ने 2023 में 153 फीसदी और 2024 में अब तक 191 फीसदी का रिटर्न दिया है। फिस्कल ईयर 2024 में कंपनी का नेट प्रॉफिट एनुअली 157% बढ़कर 783 करोड़ रुपये रहा। 28 मई को यह शेयर 3 फीसदी नीचे 1910 रुपए पर बंद हुआ है।
HUDCO की गिनती हाउसिंग प्रोजेक्ट फाइनेंस की बड़ी और दिग्गज कंपनियों में होती है। ब्रोकरेज फर्म एलारा कैपिटल ने मार्च तिमाही के नतीजों के बाद इस शेयर को 297 रुपये के टारगेट के साथ खरीदने की सलाह दी थी। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि हुडको उन कुछ NBFC में से एक होगा, जिसके NPA में अगले कुछ सालों में गिरावट का चक्र देखने को मिलेगा। 2023 में इस शेयर ने 141 फीसदी और 2024 में इस साल अब तक 109 फीसदी रिटर्न दिया है।
इन कंपनियों में कितनी है सरकार की हिस्सेदारी
यह भी खात बात है कि ये चारों ही कंपनियां 25% के न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग की शर्त को पूरा करती हैं। यानी इन चारों कंपनियों के पास शेयर बाजार में पर्याप्त फ्री फ्लोट है। मार्च तिमाही तक के शेयरहोल्डिंग नियमों के मुताबिक, हुडको में सरकार की हिस्सेदारी 75% है। वहीं कोचीन शिपयार्ड, RVNL और IFCI में इसकी हिस्सेदारी 72% से 73% के बीच है।
2023 में रेल विकास निगम लिमिटेड यानि RVNL ने 166 फीसदी और 2024 में अब तक 108 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं IFCI ने पिछले साल 2023 में 111 फीसदी और इस साल अब तक 102 फीसदी रिटर्न दिया है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, निफ्टी PSE इंडेक्स फिलहाल अपने एक साल की फॉरवर्ड अर्निंग्स के 13.4 TIMES पर TRADE कर रहा है। जबकि इसका पिछले 5 साल का औसत 8.3 गुना है। निफ्टी पीएसई इंडेक्स में जनवरी से अबतक 38% की तेजी आई है, जबकि इसके मुकाबले निफ्टी इंडेक्स 6% के करीब बढ़ा है।