Vedanta Shares: अरबपति उद्योगपति अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की अगुआई वाली कंपनी वेंदाता लिमिटेड (Vedanta Ltd) अपनी हिस्सेदारी बेचकर करीब 85 अरब रुपये (1 अरब डॉलर) तक जुटा सकती है। कंपनी की यह हिस्सेदारी बिक्री अगले महीने में जून में हो सकती है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने सोमवार 27 मई को एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि वेदांता ने इस हिस्सेदारी बिक्री के लिए एक्सिस बैंक लिमिटेड की सहायक कंपनी एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप इंक आदि को एडवाइजर्स नियुक्त किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने मिडिल ईस्ट के कई फंड्स और दूसरे संभावित निवेशकों की हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी का आकलन करना भी शुरू कर दिया है।
वेदांता के शेयर सोमवार 27 मई को एनएसई पर 459.70 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 78 फीसदी की तेजी आ चुकी है। वहीं इसकी मार्केट वैल्यू बढ़कर 1.71 लाख करोड़ रुपये या 20 अरब डॉलर पर पर पहुंच गई है। मौजूदा मार्केट वैल्यू पर कंपनी को 85 अरब रुपये (1 अरब डॉलर) जुटाने के लिए अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचनी पड़ेगी।
रिपोर्ट में सूत्रों ने बताया कि वेदांता एक तरह की शेयर बिक्री के जरिए फंड जुटा सकता है, जिसे क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के नाम से जाना जाता है। ऐसा शेयरधारकों की मंजूरी मिलने के बाद किया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी का मैनेजमेंट इस बात पर चर्चा कर रहा है कि उसके शेयरों में आई तेजी का लाभ उठाने के लिए जल्द ही डील लाई और यहा थोड़ा और इंतजार किया जाए। फिलहाल
लोगों ने बताया कि वे इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि भारतीय इक्विटी रैली का लाभ उठाने के लिए जल्द ही डील शुरू की जाए या नहीं, हालांकि समयसीमा में बदलाव हो सकता है। वेदांता के मुकाबले सेंसेक्स में इस साल की शुरुआत स अबतक महज 4.3 फीसदी की तेजी आई है।