लोकसभा चुनाव के नतीजे अब करीब एक हफ्ते दूर रह गए हैं। ट्रेडर्स अपने पॉजिशन उस लेवल तक रख रहे हैं, जितना वे संभाल सकें। यह मार्केट का वह फेज है, जब कुछ बड़े इनवेस्टर्स भी खुद को कैच-22 सिचुएशन में पा रहे हैं। इसका मतलब है कि वे उलझन में हैं। खासकर वे निवेशक उलझन में हैं, जिनकी मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में बड़ी पॉजिशन है। होल्डिंग के साइज को देखते हुए वे प्राइस को डैमेज किए बगैर अपने पॉजिशन को एक सीमा से ज्यादा नहीं घटा सकते। अगर चुनावी नतीजे निराश करते हैं तो भी वे अपने पॉजिशन तुरंत खत्म नहीं कर सकते। ऐसे में उनके लिए यह मान कर चलना ठीक है कि अगर सीटों की संख्या अनुमान से कम रहती है तो भी मार्केट की प्रतिक्रिया अच्छी रहेगी या बहुत खराब नहीं रहेगी।
घरेलू संस्थागत निवेशकों का अच्छा निवेश जारी है। इससे यह उम्मीद दिखती है कि चुनावी नतीजे चाहे जो भी रहें कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। ऐसे में यह लगता है कि मार्केट BJP को 300 सीटें मिलने का अनुमान लगा रहा है। इसका असर पहले ही मार्केट पर पड़ चुका है। मार्केट तेजी के रास्ते पर चलने के लिए बहाने ढूंढ रहा है। ऐसे में अगर BJP को इससे ज्यादा सीटें आती हैं तो बाजार उसका जश्न मनाएगा।
ग्लेनमार्क फार्मा ने FY25 के लिए अच्छा गाइडेंस दिया है। इससे स्टॉक्स 8 फीसदी चढ़े हैं। बुल्स मैनेजमेंट की कमेंट्री से उत्साहित हैं। मैनेजमेंट ने PAT मार्जिन डबल डिजिट में रहने की उम्मीद जताई है। उसका मानना है कि EBITDA मार्जिन और 19 फीसदी बढ़ सकता है। बेयर्स की दलील है कि नेट लॉस साल दर साल आधार पर बढ़कर मार्च तिमाही में 1,238.6 करोड़ रुपये पहुंच गया। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का नेट लॉस 549.4 करोड़ रुपये था।
एस्ट्रा माइक्रोवेव का नेट प्रॉफिट चौथी तिमाही में चार गुना हो गया है। बुल्स का कहना है कि वैल्यू-चेन में कंपनी आगे बढ़ रही है। यह महंगे रेडियो फ्रीक्वेंसी-आधारित अप्लिकेशंस बना रही है। कंपनी को डिफेंस और स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स में 2028 तक करीब 8,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। बीते एक साल में यह स्टॉक 160 फीसदी चढ़ा है। बेयर्स का कहना है कि अच्छी खबरों का असर पहले ही स्टॉक पर पड़ चुका है।
हिंडाल्को का प्रदर्शन मार्च तिमाही में अच्छा रहा है। सिस्टेमैटिक्स ने इस बारे में अपनी रिपोर्ट में बताया है। उसने कहा है कि वैल्यू-एडेड प्रोडक्ट्स (VAP) पर ज्यादा फोकस, नोवेलिस में रिसाइक्लिंग कंटेंट में इम्प्रूवमेंट रॉ मैटेरियल सिक्योरिटी की वजह से कमोडिटी की कीमतों में नरमी के बावूजद Hindalco का प्रदर्शन चौथी तिमाही में अच्छा रहा। बेयर्स की दलील है कि एलएमई अल्युमीनियम की कीमतों में नरमी, कोयले और दूसरे इनपुट कॉस्ट में वृद्धि और ग्रोथ से जुड़े प्रोजेक्ट्स में सुस्ती का असर रिटर्न पर पड़ सकता है।