Hindustan Copper Q4 Results: पब्लिक सेक्टर की कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने तिमाही नतीजे जारी किए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 6 फीसदी घट गया है। कंपनी ने इस अवधि में 124.33 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 132.31 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। लागत में तेज गिरावट के कारण मार्च तिमाही में हिंदुस्तान कॉपर का EBITDA मार्जिन सालाना 600 बेसिस प्वाइंट से अधिक बढ़कर 39.95 फीसदी हो गया।
अन्य खर्च में 4 फीसदी की गिरावट
हिंदुस्तान कॉपर के अन्य खर्च में पिछले वर्ष की तुलना में 4 फीसदी की गिरावट आई, जबकि कर्मचारी लागत और पावर और फ्यूल कॉस्ट में हर साल 21 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि, कम लागत का असर कंपनी के मुनाफे पर नहीं पड़ा। इसकी वजह तिमाही के दौरान हिंदुस्तान कॉपर की अन्य आय में सालाना 62 फीसदी की गिरावट है। इसके अलावा, हिंदुस्तान कॉपर का रेवेन्यू ₹565 करोड़ पर स्थिर रहा, जबकि EBITDA 21% बढ़कर ₹225.7 करोड़ हो गया।
मार्च 2024 तक सरकार के पास कंपनी में 66.14% हिस्सेदारी थी, जबकि LIC के पास 6.88% हिस्सेदारी थी। फॉरेन इंस्टीट्यूशन के पास 3.13 फीसदी और क्वांट म्यूचुअल फंड के पास कंपनी में 2.38 फीसदी हिस्सेदारी है।
वैश्विक कॉपर की कीमतों में उछाल के कारण हिंदुस्तान कॉपर का मार्जिन 40 फीसदी के मौजूदा स्तर से और बढ़ सकता है। पिछले सप्ताह कीमतें 11,000 डॉलर प्रति टन को पार कर गईं और एनालिस्ट्स रिपोर्ट ने अनुमान लगाया है कि अगले कुछ वर्षों में कीमतें 40,000 डॉलर प्रति टन तक बढ़ सकती हैं।
कैसा रहा है Hindustan Copper के शेयरों का प्रदर्शन
पिछले एक महीने में हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, पिछले 6 महीने में स्टॉक ने 120 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 36 फीसदी भाग चुके हैं। पिछले एक साल में इसने 247 फीसदी का मुनाफा कराया है। इतना ही नहीं, पिछले 4 सालों में इसके निवेशकों को 1325 फीसदी का बंपर मुनाफा हुआ है।