बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने गिफ्ट सिटी आईएफएससी में अपनी इकाई इंडिया आईएनएक्स का एनएसई आईएक्स (NSE IX) के साथ विलय रद्द कर दिया है। इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि बीएसई और एनएसई करीब एक साल से इस विलय पर बातचीत कर रहे थे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
घटनाक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘विलय से जुड़ी बातचीत आरंभिक चरण में थी। चूंकि इसमें काफी समय लग रहा था और कोई अंत भी नजर नहीं आ रहा था। इसलिए इस योजना को आगे नहीं बढ़ाने और अन्यत्र ध्यान लगाने का निर्णय लिया गया।’
बीएसई (BSE) को इस बारे में भेजे गए सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि विलय से जुड़ी बातचीत टूट गई है। एनएसई को भेजे सवालों का भी खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं मिला।
प्रस्तावित विलय को आश्चर्य के तौर पर देखा जा रहा था क्योंकि दोनों एक्सचेंजों के बीच भारत में शेयरों के कारोबार को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। हालांकि माना जा रहा है कि इस विलय के लिए सरकार और नीति निर्माताओं का दबाव आया जो चाहते थे कि नए गिफ्ट सिटी आईएफएससी में एक एकीकृत फ्रंट बने। इस कदम से दोनों एक्सचेंजों के बीच तरलता का विभाजन दूर हो सकता था।
पिछले साल इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (IFSC) के नियामकीय अधिकारियों ने संकेत दिया था कि दोनों एक्सचेंजों के बीच विलय वित्त वर्ष 2024 में पूरा हो जाएगा। बीएसई के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सुंदरम राममूर्ति ने पहले संकेत दिया था कि इस महीने की शुरुआत में एक्सचेंज आईएफएससी में अकेले जा सकता है।
उन्होंने इस विलय से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘हम चाहते हैं कि यह एक्सचेंज तेजी से आगे बढ़े और अच्छा प्रदर्शन करे। हां, हम इस तथ्य पर भी ध्यान दे रहे हैं कि कारोबार सुस्त पड़ रहा है। हम देश हित में हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, जिससे गिफ्ट सिटी फलता-फूलता रहे और बढ़ता रहे और अधिकांश कारोबार एक्सचेंजों में आएं। हम इससे जुड़े हुए हैं और आगे भी इसके साथ काम करते रहेंगे।’