Mutual Funds ride on Nvidia Gains: दिग्गज चिप कंपनी एनवीडिया कुछ महीने पहले फरवरी 2024 में 2 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप वाली दुनिया की पहली सेमीकंडक्टर कंपनी बन गई थी। अब यह एक फिर चर्चा में है क्योंकि इस साल की पहली तिमाही के शानदार नतीजे पर इसके शेयरों ने 1 हजार डॉलर का लेवल पार कर दिया है। पहली तिमाही के इसके नतीजे मार्केट की उम्मीदों से बेहतर आए हैं। शानदार नतीजे के दम पर एनवीडिया के शेयरों की तेजी से भारतीय म्यूचुअल फंड्स भी खुश हैं, जिन्होंने इसमें पैसे लगाए हुए हैं। एनवीडिया के लिए वित्त वर्ष फरवरी-जनवरी का है यानी कि पहली तिमाही का मतलब फरवरी-अप्रैल 2024 हुई।
कौन-कौन से Mutual Funds को हुआ फायदा
एनवीडिया के शेयरों की तेजी से उन म्यूचुअल फंड्स को अच्छा फायदा हुआ, जिनके पैसे एनवीडिया में लगे हैं। अप्रैल 2024 के आंकड़ों के मुताबिक अधिक बड़ी AMCs (एसेट मैनेजमेंट कंपनीज) ने एनवीडिया में पैसे लगाए हैं। मोतीलाल ओसवाल ने सबसे अधिक पैसे लगाए हैं और इसका एक्सपोजर 463 करोड़ रुपये का है। इसके बाद मिरे ने 284 करोड़ रुपये, फ्रैंकलिन म्यूचुअल फंड ने 217 करोड़ रुपये और कोटक म्यूचुअल फंड का एनवीडिया में 188 करोड़ रुपये का एक्सपोजर है। सभी एएमसी में एक्सिस म्यूचुअल फंड ही ऐसा है जिसने डायरेक्ट रूट के जरिए इसमें निवेश किया है। एक्सिस स्पेशल सिचुएशंस फंड का एनवीडिया में 10.3 करोड़ रुपये और एक्सिस ग्रोथ अपॉर्च्यूनिटीज फंड का 115.8 करोड़ रुपये का एक्सपोजर है। इन दोनों ही स्कीमों में एनवीडिया का एक्सपोजर 1-1 फीसदी है।
Nvidia के लिए कैसी रही अप्रैल तिमाही
अप्रैल तिमाही में एनवीडिया को 2600 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल हुआ जो सालाना आधार पर 262 फीसदी और तिमाही आधार पर 18 फीसदी अधिक रहा। नतीजे के साथ कंपनी ने एक शेयर को दस हिस्सों में बांटने और तिमाही डिविडेंड को 150 फीसदी बढ़ाकर प्रति शेयर 10 सेंट करने का ऐलान किया। एनवीडिया के फाउंडर और सीईओ जेनसेन हुआंग का कहना है कि अगली औद्योगिक क्रांति शुरू हो चुकी है क्योंकि कंपनियां और देश अपने पुराने डेटा सेंटर्स को एआई बेस्ड डेटा सेंटर में बदलने के लिए एनवीडिया के साथ साझेदारी कर रहे हैं।