भारत के शेयर बाजारों में कारोबारी आम चुनाव के नतीजों के लिए नागरिकों और बाजार की अनिश्चितता से निपटने के लिए अवैध चुनावी सट्टा प्लेटफार्मों का सहारा ले रहे हैं। 4 जून को होने वाली मतगणना से कुछ सप्ताह पहले शेयर बाजार देश भर में फल-फूल रहे शेडो-बेटिंग प्लेटफार्मों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सटोरिये अब अनुमान जता रहे हैं कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उम्मीद से कम बहुमत मिलेगा।
मतदान से ठीक पहले रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव आया है, क्योंकि कम मतदान प्रतिशत और मतदाता की उदासीनता की खबरों से सत्तारूढ़ दल की जीत के अंतर को लेकर समर्थक आशंकित हैं। शेडो बेटिंग बाजार अब भविष्यवाणी कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी संसद की 543 सीटों में से 300 से कम जीतेगी न कि वह 400 का आंकड़ा पार करेगी।
चुनाव से पूर्व पिछले प्रमुख जनमत सर्वेक्षण में अनुमान जताया गया था कि भाजपा और उसके सहयोगी संसद में तीन-चौथाई सीटें जीत सकते हैं। शेयर बाजार में कारोबारी इसी के हिसाब से अपने पोर्टफोलियो में बदलाव ला रहे हैं। 20 साल से इक्विटी बाजार में रिटेल निवेशक जैमिन पटेल का कहना है कि उन्होंने यह जानने के लिए शेडो बेटिंग बाजार का इस्तेमाल किया है कि दूसरे क्या ‘ट्रैक’ कर रहे हैं।
चुनावी अनिश्चितता ने पटेल को पिछले दो सप्ताहों से स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में अपना निवेश घटाने के लिए बाध्य किया है। विदेशी निवेशकों ने मई में भारतीय शेयरों से 3 अरब डॉलर से ज्यादा की रकम निकाली और वे अपने पोर्टफोलियो सुरक्षित बनाने पर जोर दे रहे हैं। यह बिकवाली 4 महीने में आए विदेशी निवेश की करीब आधी है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘चाहे आप विदेशी निवेशक हों या खुदरा, आप सट्टेबाजी के आंकड़ों को जरूर देखेंगे। वे सावधानी बरतते हुए जोखिम उठाना चाहेंगे और अपनी उम्मीदों को सही साबित करने के लिए सट्टेबाजी के आंकड़ों पर नजर डालना चाहेंगे।’
नवीनतम चुनावी दांव की जानकारी के लिए पटेल ने सट्टेबाजों के नेटवर्क की ओर रुख किया है। मुंबई में एक छोटे से ऑफिस से काम करने वाले 48 वर्षीय सटोरिये ने कहा कि उनके पास भाजपा की सीटों की संख्या पर 20 करोड़ रुपये तक का सट्टा लग चुका है। सट्टा बाजार के आकार का अनुमान उपलब्ध नहीं है, लेकिन देश भर में काम करने वाले कई सटोरिये इसी तरह के रुझान देख रहे हैं।
बुकी ने कहा कि तीन हफ्ते पहले सट्टा बाजार में दो-तरफा ‘एट-पार’ बोली थी कि भाजपा 334 से 338 सीटें जीतेगी। इसका मतलब था कि अगर भाजपा 334 से कम सीटें या 338 से अधिक सीटें जीतती है तो सटोरियों को भुगतान करना होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा की बड़ी जीत के खिलाफ बढ़ती संभावनाओं का संकेत यहहै कि अब दोतरफा दांव के अनुमान घटकर 294 से 298 सीटें रह गए हैं। एग्जिट पोल 1 जून को अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आएंगे। राजस्थान का पश्चिम शहर फलोदी सट्टे का प्रमुख केंद्र है।
एक बुकी ने बताया कि जहां भाजपा द्वारा जीत सकने वाली सीटों की संख्या पर ज्यादा दांव लगे हुए है, वहीं फलोदी में किस पार्टी को कितनी सीटें और किस राज्य में किसको कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर भी सट्टा लग रहा है।