अमेरिका के वॉल्ट डिज्नी ने टाटा प्ले में अपनी 30% हिस्सेदारी टाटा ग्रुप को बेचने के संकेत दिए हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक वॉल्ट डिज्नी ने इस डील को अंतिम रूप दे दिया है। डील ट्रांजैक्शन में टाटा प्ले लिमिटेड का वैल्यू लगभग 1 बिलियन डॉलर आंका गया है। डिज्नी से हिस्सेदारी खरीदने के बाद टाटा समूह का इस टीवी प्लेटफॉर्म पर पूर्ण नियंत्रण हो जाएगा।
यह डील तब हो रही है जब भारत की मीडिया इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। बता दें कि डिज्नी ने फरवरी के अंत में अपनी भारतीय इकाई को वायाकॉम 18 मीडिया प्राइवेट के साथ संयोजित करने के लिए एक बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे 8.5 बिलियन डॉलर की मनोरंजन दिग्गज कंपनी बनेगी। इसके 750 मिलियन दर्शक होंगे।
कंपनी के बारे में
साल 2001 में टाटा प्ले वजूद में आया। टाटा समूह और TFCF कॉर्प ने मिलकर एक ज्वाइंट वेंचर बनाया। इसे पहले ट्वेंटी-फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स के नाम से जाना जाता था। टाटा संस की वेबसाइट के अनुसार, कंपनी सेट-टॉप बॉक्स के माध्यम से पे टेलीविजन और अपने ऐप के माध्यम से ओवर-द-टॉप वीडियो स्ट्रीमिंग प्रोवाइड करती है। पूरे भारत में इसके 23 मिलियन कनेक्शन हैं। बता दें कि टाटा प्ले ने 2022 में आईपीओ के लिए गोपनीय रूप से आवेदन किया था लेकिन लिस्टिंग अभी तक नहीं हुई है।
हाल ही में टाटा संस ने सिंगापुर की सरकारी निवेश फर्म टेमासेक से टाटा प्ले की 10% हिस्सेदारी लगभग 100 मिलियन डॉलर (करीब 835 करोड़ रुपये) में हासिल की है। इससे टाटा प्ले में हिस्सेदारी 70% तक बढ़ गई है।