पेटीएम (Paytm) ने अपनी लोन देने की रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। इस रणनीति के तहत कंपनी आने वाले दिनों में अपने पोस्टपेड लोन बिजनेस को पूरी तरह बंद कर देगी। इसके अलावा इसने लेंडर्स के लिए पर्सनल लोन की कलेक्शन सर्विस भी बंद कर दी है। कंपनी के प्रवक्ता ने मनीकंट्रोल से इस खपर की पुष्टि की है। कंपनी अब सिर्फ डिस्ट्रीब्यूशन वाले क्रेडिट मॉडल पर ध्यान देने की योजना बना रही है। फिलहाल कंपनी कई बैंकों और NBFC के साथ मिलकर साझेदारी में उनके लिए लोन बांटती और कलेक्ट दोनों करती है। इसके बदले में कंपनी को उनसे कमीशन (डिस्ट्रीब्यूशन पर) और बोनस (कलेक्शन पर) मिलता है।
हालांकि, प्रत्येक लेंडर्स के लिए उसकी शर्तें अलग-अलग होती हैं। पेटीएम इनमें से कई पार्टनर्स को दोनों सेवाओं या सिर्फ एक सेवाएं देती है। लोन बिजनेस में क्रेडिट का असेसमेंट और रिस्क मैनेजमेंट, दोनों को लेंडर्स ही संभालते हैं। वहीं पेटीएम का कलेक्शन से होने वाली कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि ग्राहक कितना चुकाते हैं।
हालांकि अब Paytm अपने कलेक्शन सर्विस को बंद करने की सोच रही है। साथ ही इसने एसेट क्वालिटी को नियंत्रण में रखने के लिए बैंकों और NBFC के लिए सिर्फ डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर बनने की योजना बनाई है।
कंपनी ने अपनी कहा, “छोटे साइज वाले पर्सनल लोन सेगमेंट में इंडस्ट्री की एसेट्स क्वालिटी खराब हो रही है। इसका मतलब है कि हमें पर्सनल लोन और पोस्टपेज लोन के मौजूदा बुक पर कलेक्शन बोनस नहीं मिलेगा। हमने इन प्रोडक्ट्स को क्रेडिट साइकल समाप्त होने तक रोकने का फैसला किया है।”
उन्होंने कहा, “हमें निकट भविष्य में कलेक्शन या पोस्टपेड लोन के साथ पर्सनल लोन बिजनेस करने की उम्मीद नहीं है, और न ही हमें मौजूदा पोस्टपेड लोन या ऐसे पर्सनल लो पर किसी कलेक्शन बोनस मिलने की उम्मीद है।” Paytm के लेडिंग बिजनेस में नाटकीय रुप से गिरावट इसकी सहयोगी फर्म पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर RBI की कार्रवाई के बाद आया है। हालांकि लेंडिंग बिजनेस में सुस्ती के संकेत वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही से ही दिखने लगे थे।
RBI की ओर से चिंता जताए जाने के बाद, Paytm ने पिछले साल दिसंबर में ऐलान किया था कि उसने छोटे साइज के पोस्टपेड लोन (50,000 से कम के लोन) बिजनेस को धीमा करने का फैसला किया है। हालांकि अब करीब 5 महीने बाद कंपनी ने इस सेगमेंट से पूरी तरह बाहर निकलने का ऐलान किया है।