वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के बोर्ड ने प्रमोटर आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) की कंपनी ओरियाना इन्वेस्टमेंट्स को प्रेफरेशिंयल शेयर जारी करके 2,075 करोड़ रुपये तक जुटाने को मंजूरी दी है। कंपनी ने मंगलवार 21 मई को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले इन शेयरों को 14.87 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (हर शेयर पर 4.87 रुपये के प्रीमियम सहित) के भाव पर आवंटित किया जाएगा, जिसकी कुल वैल्यू 2,075 करोड़ रुपये है। इन इक्विटी शेयरों के अलॉटमेंट के बाद, कंपनी की कुल पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल 66,483.45 करोड़ रुपये से बढ़कर 67,878.88 करोड़ रुपये हो गई।
वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में फॉलो-ऑन पब्लिक (FPO) ऑफर के जरिए करीब 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह FPO 22 अप्रैल को बंद हुआ था। दरअसल वोडाफोन आइडिया भारी कर्ज में डूबी हुई है और उसने खुद को रिवाइव करने के लिए विभिन्न स्रोतों से करीब 45,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है। यह FPO और मौजूदा प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट इसी योजना का हिस्सा है।
वोडाफोन आइडिया का मार्च तिमाही में शुद्ध घाटा बढ़कर 7,674 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 6,418.9 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी का रेवेन्यू इस दौरान मामूली रूप से बढ़कर 10,606 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 10,531 करोड़ रुपये था। कंपनी का औसत रेवेन्यू प्रति यूजर्स (ARPU) पिछले वित्त वर्ष के 145 रुपये से मामूली रूप से बढ़कर 146 रुपये हो गया।
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने एक हालिया रिपोर्ट में वोडाफोन आइडिया के शेयरों को न्यूट्रल रेटिंग दी और इसके टारगेट प्राइस को बढाकर 15 रुपये प्रति शेयर कर दिया। ब्रोकरेज ने फंड जुटाने से कंपनी की स्थिति मजबूत होगी और वह बेहद कड़े कॉम्पिटीशन वाले टेलीकॉम मार्केट में टिकी रह पाएगी।
इस बीच वोडाफोन आइडिया के शेयर मंगलवार 21 मई को एनएसई पर 2.26 फीसदी की तेजी के साथ 13.60 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि पिछले एक साल में इसने 94 रुपये का शानदार मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।