सोने में लगातार दूसरे हफ्ते तेजी रही। अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन के डेटा का असर गोल्ड पर दिखा है। इनफ्लेशन काबू में रहने से फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में जल्द कमी कर सकता है। इस हफ्ते सोने का भाव 0.7 फीसदी तक चढ़ चुका है। स्पोर्ट गोल्ड 0.1 फीसदी की तेजी के साथ 2,379 डॉलर प्रति औंस था, जबकि यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 2,383.20 डॉलर प्रति औंस था। इस हफ्ते डॉलर इंडेक्स 0.6 फीसदी कमजोर हुआ है। इससे डॉलर को छोड़ दूसरे करेंसी में गोल्ड खरीदना सस्ता हुआ है।
इनवेस्टर्स की नजरें फेडरल रिजर्व पर
आईजी मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट यीप जून रोंग ने कहा कि आगे गोल्ड (Gold) में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। अमेरिकी इकोनॉमी से जुड़े आए हालिया डेटा से संकेत मिलता है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक (Federal Reserve) इस साल जल्द इंटरेस्ट रेट में कमी कर सकता है। ऐसे में बुल्स की नजरें गोल्ड के रिकॉर्ड हाई लेवल पर हैं। अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन के डेटा आने के बाद गोल्ड में पिछले दो हफ्तों के मुकाबले करीब 5 फीसदी रिकवरी आई है।
इंटरेस्ट रेट घटने पर बढ़ेगी गोल्ड की चमक
अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन के हालिया डेटा से महंगाई के नीचे आने के संकेत मिले हैं। लेकिन, केंद्रीय बैंक ने अब तक यह नहीं बताया है कि वह इंटरेस्ट रेट में कब कमी करेगा। हालांकि, इनवेस्टर्स को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक इस साल इंटरेस्ट रेट में कमी करेगा। इनफ्लेशन का सीधा संबंध सोना से है। सोने का इस्तेमाल महंगाई के असर से बचाव के लिए किया जाता है। इनफ्लेशन ज्यादा रहने से गोल्ड में निवेश का अपॉर्चुनिटी कॉस्ट बढ़ जाती है। उधर, कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आने वाले महीनों में गोल्ड मार्केट में अनिश्चितता दिख सकती है।
इस साल कॉपर ने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न
कमोडिटी में इस साल रिटर्न के मामले में कॉपर नंबर वन रहा है। इसने 25.49 फीसदी रिटर्न दिया है। सिल्वर 22.29 फीसदी रिटर्न के साथ दूसरे नंबर पर रहा है। सोना का रिटर्न 17.06 फीसदी रहा है। यह तीसरे नंबर पर है। हालांकि, चांदी ने ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बनाया है। गुरुवार को इसका प्राइस ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। यह 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम से कुछ ही कम रह गया है। चांदी का इस्तेमाल कई इंडस्ट्री में होता है।