भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विट्टल (Gopal Vittal) का कहना है कि टेलीकॉम मार्केट में तीन मजबूत प्राइवेट कंपनियों का रहना देश के लिए फायदे की बात है। उन्होंने बुधवार 15 मई को निवेशकों के साथ एक बैठक के दौरान कहा, “जहां तक इंडस्ट्री की बात है, मुझे यह देखकर खुशी हुई कि वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने पैसा जुटाया है और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। मुझे लगता है कि अगर भारत में तीन कंपनियां रहें- वो अच्छी और मजबूत स्थिति में, तो इससे भारत के लोगों को अच्छी सेवाएं मिलेंगी।” विट्टल ने कहा कि एयरटेल के अस्तित्व में आने के बाद से ही भारत का टेलीकॉम मार्केट “बेहद कॉम्पिटीशन” वाला बाजार रहा है।
उन्होंने कहा, “इसलिए उतार-चढ़ाव होते रहते हैं…हम हर दिन जोर लगा रहे हैं। तो यह एक लगातार जारी रखने वाली कोशिश है। कभी-कभी बाजार में अस्थिरता आ जाती है, लेकिन लगातार प्रदर्शन रखने के लिए आपको एग्जिक्यूशन के मामले में टॉप में रहना होगा।”
बता दें कि कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में एक फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके अलावा भी कंपनी कुछ और स्रोतों से फंड जुटा रही है। इस फंड से वोडाफोन आइडिया को रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के साथ कॉम्पिटीशन करने के लिए ताकत मिलेगी
FPO के अलावा वोडाफोन आइडिया करीब 25,000 करोड़ रुपये डेट के जरिए जुटा रही है। कंपनी का ध्यान 4G नेटवर्क के विस्तार और 5G नेटवर्क की लॉन्चिंग पर है। कंपनी को इससे अपने सब्सक्राइबर्स की घटती संख्या को रोकने और प्राथमिकता वाले टेलीकॉम मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
एनालिस्ट्स का यह भी मानना है कि वोडाफोन आइडिया को 5G बाजार में देरी से आने से कुछ फायदे भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी अपने प्रतिद्वंदी कंपनियों से सीख सकती है, उन्होंने 5G नेटवर्क को शुरू करने में क्या-क्या गलतियां की हैं और किन जगहों पर लागत को कम किया जा सकता था।
गोपाल विट्टल ने साथ में यह भी कहा कि टैरिफ में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभी कंपनी के लिए ARPU (प्रति यूजर औसतन रेवेन्यू) लेवल 200 रुपये से अधिक है, जबकि सही स्तर 300 रुपये होना चाहिए। उन्होंने आगे यह भी कहा कि 300 रुपये के लेवल पर पहुंचने के बाद भी यह दुनिया में सबसे कम होगा।
पिछले दो साल में टेलीकॉम कंपनियों ने दो बार टैरिफ बढ़ाए हैं लेकिन एयरटेल के मुताबिक बाकी देशों के मुकाबले यहां मामूली बढ़ोतरी ही हुई है। एयरटेल के सीईओ ने निवेशकों से कहा कि भारत में अनलिमिटेड प्लान के चलते जो लोग अधिक पेमेंट कर सकते हैं, वे भी सस्ते में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।