ऐसे कई शेयर हैं जो कभी अपने निवेशकों को हंसाते तो कभी रुलाते हैं। ऐसा ही एक शेयर सुजलॉन भी है। अगर आप इसकी प्राइस हिस्ट्री को देखेंगे तो आपको हैरान करने वाले नंबर मिलेंगे। सूजलॉन के शेयर 21 अक्टूबर 2005 को 123.75 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे। जो आज यानि 15 मई को 42.20 रुपए पर बंद हुए। कारोबार के अंत में सुजलॉन के शेयरों में 5% का अपर सर्किट भी लगा। इस हिसाब से देखें को पिछले 19 साल में सुजलॉन के शेयरों का रिटर्न नेगेटिव रहा है। यानि 19 साल पहले सुजलॉन के शेयर 123 रुपए 75 पैसे पर थे और आज यह 42 रुपए 20 पर आ गए है। इस हिसाब से शेयरों में 66 फीसदी का घाटा हुआ है।
लेकिन पिछले 5 साल में इस शेयर का रिटर्न 775 फीसदी रहा है। वहीं पिछले एक साल में सुजलॉन 414 फीसदी मुनाफा देने में कामयाब हुआ है। अब हम बात करेंगे कि सूजलॉन के लिए आने दिन अच्छे हैं या बुरे। इसके पहले कि हम आपको ये जानकारी दें आप कॉमेंट करके हमें बताएं कि क्या आपके पास भी ये शेयर है।
अगर आपके पास भी सुजलॉन के शेयर हैं तो आप अभी निवेश में बने रह सकते हैं क्योंकि आने वाले दिनों में इसके शेयर 48 से 50 रुपए तक जा सकते हैं। इस वजह ये है कि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में आने वाले दिनों में करीब 116 करोड़ रुपये का सरप्लस इनवेस्टमेंट आ सकता है। दरअसल MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में हुए हालिया बदलाव के बाद सुजलॉन एनर्जी का इस इंडेक्स में वेटेज बढ़ गया है। इसके चलते MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स को फॉलो करने वाली पैसिव म्यूचुअल फंड्स को भी इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी होगी। सुजलॉन एनर्जी को पिछले साल नवंबर में MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया गया था। सुजलॉन के अलावा पेटीएम और इंडसइंड बैक सहित कुल 9 भारतीय कंपनियां इस इंडेक्स में शामिल हुई थीं। जिसका असर इन कंपनियों के शेयरों पर भी नजर आएगा। 15 मई को कारोबार के अंत में पेटीएम के शेयर 2 रुपए 45 पैसे बढ़कर 342 रुपए 50 पैसे पर बंद हुआ। वहीं इंडसइंड बैंक के शेयर 3 रुपए गिरकर 1418 रुपए पर बंद हुए हैं।
हालांकि MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में हुए हालिया बदलाव के बाद पेटीएम अब इस इंडेक्स से बाहर हो गई और उसे अब स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल किया गया है। सुजलॉन के अलावा यस बैंक, जोमैटो, पॉलीकैब इंडिया और वेदांता का भी MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में वेटेज बढ़ा है।
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटेटिव रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नए बदलाव के चलते सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में पैसिव फंड्स की ओर से करीब 1.4 करोड़ डॉलर (116 करोड़ रुपये) का अतिरिक्त निवेश आने का अनुमान है। यह फंड्स सुजलॉन एनर्जी के करीब 2.8 करोड़ शेयर खरीद सकते हैं।
इससे पहले, सुजलॉन एनर्जी के बोर्ड ने इस महीने की शुरुआत में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी, सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज के पैरेंट कंपनी के साथ मर्जर को मंजूरी दी थी।
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी के मुताबिक सुजलॉन ने फिस्कल ईयर 2006 के बाद पहली बार फिस्कल ईयर 2024 के पहले नौ महीनों में नेट कैश हासिल कर पाई है। ब्रोकरेज फर्म ने विंड टर्बाइन कंपनी पर अपना बुलिश नजरिया बरकरार रखा है और इसके पीछे के O&M पोर्टफोलियो और नए प्रोडक्ट्स के बेहतर प्रदर्शन को वजह बताई है।
अब आइए अंत में ये भी जान लेते है कि सूजलॉन एनर्जी के शेयरों में क्या पैसा लगान चाहिए और इसका अगला टारगेट प्राइस क्या है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के ने सुजलॉन एनर्जी के शेयरों को अपग्रेड कर दिया है और इसे Buy रेटिंग दी है। इसके साथ ही ये भी कहा है कि अगर इसमें गिरावट आती है तो इसे खरीदने का मौका बन सकता है। ब्रोकरेज फर्म ने सुजलॉन एनर्जी के लिए 48 रुपए टारगेट प्राइस तय किया है।
लेकिन अंत में एक बात जरूर याद रखें कि किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।