जीरोधा फंड हाउस का ग्रोथ लिक्विड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ईटीएफ 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा एसेट अंडर मैनेजमेंट वाला इस फंड हाउस का पहला फंड बन गया है। जीरोधा म्यूचुअल फंड ने इसका नाम जीरोधा निफ्टी 1डी लिक्विड ईटीएफ रखा था। इसे इंडिया का पहला लिक्विड ईटीएफ माना जाता है। जीरोधा एमएफ ने इसे 24 जनवरी, 2024 को लॉन्च किया था। यह निफ्टी 1डी रेट इंडेक्स को ट्रैक करता है। यह मुख्य रूप से ट्रेप्स में इनवेस्ट करता है। ट्रेप्स का मतलब ट्रेजरी बिल्स रिपर्चेज है। इसकी ट्रेडिंग सीसीआईएल पर होती है। जीरोधा का यह ईटीएफ इनवेस्टर्स को ओवरनाइट डेट प्रोडक्ट्स में निवेश करने का मौका देता है।
इस साल जनवरी में लॉन्च हुआ था यह ईटीएफ
इस फंड का स्ट्रक्चर ऐसा है कि एक ही सेटलमेंट में यह इक्विटी और कैश के अंदर ट्रांजिशन की सुविधा देता है। कैपिटलमाइंड के फाउंडर दीपक शेनॉय ने कहा कि लिक्विडकेस ऐसा इनोवेशन है, जिसका इंतजार मार्केट कर रहा था। इसलिए इसे जिस तरह का रिस्पॉन्स मिल रहा है, उसे लेकर किसी तरह की हैरानी नहीं होनी चाहिए। यह डिविडेंड अकाउंटिंग और ट्रैकिंग की मुश्किल को दूर करता है। इससे कैश पॉजिशन का इस्तेमाल करना आसान हो जाता है।
स्टेबल रिटर्न के साथ लिक्विडिटी का फायदा
उन्होंने कहा कि इस ईटीएफ में एनएवी के करीब लार्ज-वॉल्यूम ट्रांजेक्शन एग्जिक्यूट करने की क्षमता है। इससे स्लिपेज घटकर बहुत कम रह जाता है और इनवेस्टर का रिटर्न बढ़ जाता है। लिक्विडकेस जैसे लिक्विड ईटीएफ मुख्य रूप से ओवरनाइट सिक्योरिटीज में फंड एलोकेट करते हैं। इनमें ट्राई-पार्टी रेपो, रेपो, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, रिवर्स रेपो और इस तरह के दूसरे प्रोडक्ट्स शामिल हैं। आम तौर पर लिक्विडकेस का करीब 99 फीसदी एलोकेशन ट्राई-पार्टी रेपो में होता है। इसकी ट्रेडिंग सीसीआईएल प्लेटफॉर्म पर होती है। यह गवर्नमेंट सिक्योरिटीज से पूरी तरह के कोलैटराइज्ड होता है।
न्यूनतम 500 रुपये से इस फंड में किया जा सकता है निवेश
इस फंड में न्यूनतम 500 रुपये से निवेश किया जा सकता है। यह स्कीम ऐसे निवेशकों के लिए सही है जो कम रिस्क के साथ अच्छा रिटर्न चाहते हैं। स्टेबल रिटर्न के साथ लिक्विडिटी इस फंड की खासियत है। मिराए एसेट म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीम पहले से मार्केट में है।