बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज कारोबार के दौरान 1,000 अंक तक फिसल गया, जिसके बाद बाजार में कोहराम मच गया। मगर कारोबार खत्म होते-होते यह मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स के बैंकिंग और आईटी शेयरों में बढ़त से सूचकांक को काफी मदद मिली। केंद्र सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों के बयानों से भी निवेशकों ने कुछ राहत महसूस की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अलग-अलग बयानों में कहा कि चुनाव के कारण बाजार में थोड़ी घबराहट दिख रही है मगर यह दौर जल्द ही गुजर जाएगा। दोनों मंत्रियों ने लगभग एक सुर में कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद हालात पहले की तरह हो जाएंगे।
शाह ने एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में कहा कि बाजार में पहले भी तेज गिरावट आई है, इसलिए चुनाव को इसका जिम्मेदार बताना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निवेशकों को इस गिरावट का लाभ लेना चाहिए और शेयरों पर दांव खेलना चाहिए क्योंकि चुनाव नतीजों के बाद बाजार वापस अपने पुराने रंग में आ जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘मान भी लें कि कुछ अफवाहों के कारण बाजार धराशायी हुआ है तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है। मेरी सलाह तो यह होगी कि इस मौके का फायदा उठाएं और जमकर निवेश करें क्योंकि 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे तो तेजी दमदार रहेगी।’
शाह ने इस सवाल पर कुछ नहीं कहा कि सेंसेक्स 1 लाख के स्तर पर पहुंचेगा या नहीं मगर उन्होंने यह जरूर कहा कि बाजार के लिए स्थिर सरकार जरूरी है। शाह ने कहा, ‘हम 400 सीटें पाने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्थिर सरकार सत्ता में लौटेगी, जिसके बाद बाजार फिर झूम उठेगा।’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में एक समारोह के दौरान कहा कि चुनाव के नतीजे आने की तारीख नजदीक आते-आते बाजार में उथलपुथल कम हो जाएगी। जयशंकर ने कहा,’कुछ लोग मौजूदा हालात पर टीका-टिप्पणी कर सकते हैं। किसी लोकतांत्रिक देश में यह स्वाभाविक बात है। मगर मुझे पूर्ण विश्वास है कि जैसे-जैसे चुनाव के चरण गुजरते जाएंगे वैसे-वैसे बाजार में उथलपुथल और अनिश्चितता कम होती जाएगी। बाजार को इस बात की थाह लग जाएगी कि चुनाव नतीजे किस ओर रहेंगे। मुझे विश्वास है कि जो भी नतीजे आएंगे वे हमारे लिए काफी अच्छे रहेंगे।’
विदेश मंत्री ने कहा कि निवेशक जोखिम से बचने के लिए उम्दा स्थान और मौके तलाश रहे हैं और चुनाव के बाद भारत में निवेश करने की उनकी ललक बढ़ जाएगी।
जयशंकर ने कहा, ‘दुनिया उत्पादन के लिए अब केवल एक देश पर निर्भर नहीं रहना चाहती। उसे अन्य स्थानों और आपूर्ति व्यवस्था की तलाश है। दुनिया की नजर उन देशों पर भी है, जहां चिप और सेमीकंडक्टर जैसे महत्त्वपूर्ण पुर्जे बनाए जा सकते हैं।’ कारोबार के दौरान अपने निचले स्तर से 997 अंक उछलकर सेंसेक्स 72,776 पर बंद हुआ, जो शुक्रवार के बंद भाव से 112 अंक ज्यादा है।