इस बार इंडिया में अक्षय तृतीया के दौरान सोने की डिमांड अपेक्षाकृत काफी कम रही। इंडिया दुनिया में गोल्ड का दूसरा सबसे बड़ कंज्यूमर है। अभी गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड हाई लेवल पर हैं। इससे लोग सोना खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। ज्वैलर्स भी ग्राहकों को ज्यादा डिस्काउंट ऑफर नहीं कर रहे हैं। इसका असर सोने में खरीदारी पर पड़ा है। इंडिया में दो मौकों पर सोने की खरीदारी सबसे ज्यादा होती है। पहला है धनतेरस और दूसरा है अक्षय तृतीया। 10 मई को अक्षय तृतीया था।
मुंबई के एक ज्वैलर ने बताया, “ज्यादा ग्राहकों ने टोकन के रूप में सिर्फ कम मूल्य के कॉइन की खरीदारी की। पिछले साल के मुकाबले ज्वेलरी की मांग बहुत कमजोर रही।” उन्होंने कहा कि पिछले साल से तुलना की जाए तो यह करीब दो-तिहाई रही। हालांकि, हमे पहले से ज्यादा डिमांड या पिछले साल जैसी डिमांड की उम्मीद नहीं थी। लेकिन, हमने जितनी उम्मीद की थी उससे भी कम डिमांड इस बार रही।
10 मई को घरेलू बाजार में सोने का भाव करीब 72,700 रुपये प्रति 10 ग्राम था। यह पिछले महीने 73,958 रुपये प्रति 10 ग्राम के सबसे ऊंचे भाव से कुछ ही कम है। पिछले साल अक्षय तृतीया से इस साल अक्षय तृतीया के बीच सोने का भाव 21 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पृथ्वीराज कोठारी ने कहा, “हाल में सोने की कीमतों में आई तेजी के बाद रिटेल बायर्स खरीदारी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।”
उन्होंने कहा कि लोगों ने सोने की खरीदारी घटा दी है। डीलर्स ने इस बार ऑफिशियल डोमेस्टिक प्राइसेज पर 7 डॉलर प्रति औंस के डिस्काउंट दिए। इसमें 15 फीसदी इंपोर्ट और 3 फीसदी सेल्स लेवीज शामिल है। चीन दुनिया में गोल्ड का सबसे बड़ा कंज्यूमर है। वहां डीलर्स ने बेंचमार्क स्पॉट प्राइसेज पर 26-35 डॉलर प्रति औंस प्रीमियम चार्ज किए। यह पिछले हफ्ते के 18-20 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा है।
हांगकांग में विंग फुंग प्रेसियस मेटल्स के हेड पीटर फंड ने कहा कि कीमतें ज्यादा होने से डिमांड थोड़ी कम है। अगर गोल्ड का प्राइस 2,250 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ जाता है तो लोग खरीदना शरू कर देंगे। जापान में डीलर 0.5-1 डॉलर प्रति औंस पर गोल्ड ऑफर कर रहे थे। ट्रेडर्स का कहना है कि गोल्डन वीक हॉलीडे के बाद डिमांड थोड़ी बढ़ी है।