गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से इस साल अप्रैल महीने में 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखने को मिली है। निवेशकों की ओर से प्रॉफिट बुकिंग के चलते यह निकासी हुई है। इससे पहले मार्च 2023 में निवेशकों ने गोल्ड ETF से पैसे निकाले थे। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के अनुसार, इस निकासी के बावजूद अप्रैल के अंत में गोल्ड फंड्स के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 5 प्रतिशत बढ़कर 32,789 करोड़ रुपये हो गए। यह आंकड़ा मार्च महीने में 31,224 करोड़ रुपये था।
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में गोल्ड ETF से 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई, जबकि मार्च महीने में इसमें 373 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। आखिरी बार इस एसेट क्लास से शुद्ध निकासी मार्च 2023 में हुई थी। उस समय गोल्ड ETF से 266 करोड़ रुपये निकाले गए थे।
पिछले वर्ष काफी अच्छा प्रदर्शन
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मॉर्निंगस्टार इनवेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के विश्लेषक मेल्विन सैंटारिटा ने कहा, ‘‘भारतीय रुपये के संदर्भ में सोने ने पिछले वर्ष काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अगर शेयरों से तुलना की जाए तो यह काफी कम है। इसके चलते गोल्ड ETF श्रेणी में इनफ्लो, शेयरों की तुलना में कुछ हद तक कमजोर रहा है। हो सकता है कि निवेशकों ने इस सेगमेंट में कुछ मुनाफा बुक करने का विकल्प चुना हो, जिसके नतीजतन सोने की कीमतों में वृद्धि के बावजूद गोल्ड ETF में शुद्ध आउटफ्लो देखा गया।’’
2023 में गोल्ड ETF में कितना इनफ्लो
2023 में गोल्ड ETF में 2920 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया, जबकि 2022 में 459 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा था। बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना और भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में निवेशकों ने सेफ हैवन कहे जाने वाले गोल्ड की ओर रुख किया। पिछले कुछ वर्षों में अपने शानदार प्रदर्शन से सोने ने निवेशकों में काफी दिलचस्पी जगाई है और फोलियो नंबर्स में लगातार बढ़ोतरी इसके आकर्षण का सबूत है। अप्रैल महीने में गोल्ड ETF में फोलियो नंबर्स 1 लाख से अधिक बढ़कर 51.84 लाख हो गए, जो मार्च 2024 में 50.61 लाख थे।