एसबीआई सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट और टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च डेस्क के हेड सुदीप शाह का कहना है कि तकनीकी नजरिए से निफ्टी 50 इंडेक्स अभी भी संकट से बाहर नहीं आ पाया है। हालांकि उनका मानना है कि 21,700-21,800 के जोन में निफ्टी के लिए बड़ा सपोर्ट दिख रहा है। उनकी राय है कि अगर निफ्टी 21,700 के नीचे फिसल जाता है तो ये 21,470 तक और इसके बाद शॉर्ट टर्म में 21,300 तक गिर सकता है। टेक्निकल और डेरिवेटिव अनुसंधान में 15 सालों से ज्यादा का अनुभव रखने वाले शाह ने अगले कुछ हफ्तों तक पेटीएम स्टॉक में निवेश से बचने की सलाह दी है। लेकिन उनको उम्मीद है कि एस्कॉर्ट्स कुबोटा अपनी तेजी को बनाए रखेगा।
क्या आपको लगता है कि निफ्टी में करेक्शन पूरा हो चुका है? या मंदड़िए कुछ और समय तक मजबूत स्थिति में रहेंगे?
इसके जबाव में सुदीप शाह ने कहा कि पिछले हफ्ते निफ्टी ने डेली स्केल पर बियरिश एनगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया था। इसके बाद बाजार में मंदी की स्थिति बनी थी। ऊपरी स्तर से बने बिकवाली के दबाव के कारण निफ्टी बीते सप्ताह लगभग 2 फीसदी गिर गया और 22,100 से नीचे बंद हुआ। इसके अलावा, 22,140 से नीचे बने रहने से निफ्टी को डेली स्केल पर राइजिंग चैनल ब्रेकडाउन का सामना करना पड़ा है।
इसके अलावा, इंडेक्स अपने 20 और 50-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से नीचे फिसल गया है और गिरावट बढ़ रही है। साथ ही 100 और 200-डे ईएमए का राइजिंग स्लोप काफी धीमा हो गया है जो मंदी का संकेत है।
मोमेंटम इंडीकेटरों के मंदी के संकेत देने के साथ ही मार्केट ब्रेड्थ भी कमजोर है। बड़ी बात यह है कि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 60 फीसदी स्टॉक अपने 20-डे ईएमए से नीचे कारोबार कर रहे हैं। पिछले हफ्ते, 42 फीसदी स्टॉक अपने 20-डे ईएमए स्तर से नीचे कारोबार कर रहे थे। इससे मार्केट ब्रेड्थ के कमजोर बने रहने के साफ संकेत हैं।
इन टेक्निकल इंडीकेटरों से साफ संकेत मिल रहा है कि निफ्टी अभी भी खतरे से बाहर नहीं है। हालांकि, निफ्टी के लिए 21,700-21,800 (मार्च और अप्रैल 2024 स्विंग का लो) के जोन में सपोर्ट है। अगर निफ्टी 21,700 के नीचे फिसल जाता है तो ये 21,470 तक और इसके बाद शॉर्ट टर्म में 21,300 तक गिर सकता है। जबकि, ऊपर की ओर, 22,200-22,250 का 50-डे ईएमए जोन में निफ्टी के लिए तत्काल रजिस्टेंस दिख रहा है। अगर निफ्टी ये बाधा पार कर लेता है तो फिर उसमें 22,480-22,530 के स्तर तक की शॉर्ट-कवरिंग देखने को मिल सकती है।
क्या एस्कॉर्ट्स कुबोटा अब ओवरबॉट जोन में दिख रहा है?
इस सवाल पर सुदीप ने कहा एस्कॉर्ट्स कुबोटा स्टॉक अब तक के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा सभी मूविंग एवरेज और मोमेंटम इंडीकेटर स्टॉक में मजबूती का संकेत दे रहे हैं। पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से यह बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। डेली आरएसआई ने मई के पहले सप्ताह में 80 का ओवरबॉट ज़ोन टेस्ट किया और उसके बाद इसमें मामूली गिरावट देखने को मिली।
हालांकि, आरएसआई रेंज शिफ्ट नियमों के मुताबिक यह स्टॉक एक सुपर बुलिश ज़ोन में बना हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि जब तक ये स्टॉक 3,400-3,380 रुपये के स्तर से ऊपर रहेगा तब तक इसमें तेजी की संभावना कायम रहेगी। शॉर्ट टर्म में इस स्टॉक में 3,650 रुपये का स्तर देखने को मिल सकता है।
क्या पेटीएम निचले स्तर पर पहुंच गया है?
इसके जवाब में सुदीप शाह ने कहा कि वे पेटीएम में हालिया उछाल को “डेड कैट बाउंस” के रूप में ही देखते हैं। स्टॉक का मेन रुझान मंदी का ही बना हुआ है। यह स्टॉक वर्तमान में अपने अहम 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) लेवल से 68 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। मोमेंटम इंडीकेटर और ऑसिलेटर मंदी के कायम रहने की संभावना को और मजबूत कर रहे हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अगले कुछ हफ्तों तक इस स्टॉक से दूर रहने की सलाह है।
डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।