मार्च तिमाही में बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा 7% बढ़कर 1,439 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि में मुनाफा 1,350 करोड़ रुपये था। कुल आय और शुद्ध ब्याज आय (NII) में भी बढ़ोतरी देखी गई है। बैंक की कुल आय बीते एक साल में 16,549 करोड़ रुपये से बढ़कर 17,913 करोड़ रुपये हो गई है। शुद्ध ब्याज आय (NII) 5,937 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,523 करोड़ रुपये हो गई।
उनकी संपत्ति की क्लालिटी में लगातार सुधार हो रहा है। 31 मार्च 2024 तक बैंक का कुल बैड लोन (NPA) घटकर 4.98% हो गई है, जबकि पिछले साल के अंत में यह 7.31% था। साथ ही, शुद्ध बैड लोन (नेट NPA) भी कम होकर 1.22% पर आ गया है, जो एक साल पहले 1.66% था। हालांकि, बैंक को इस तिमाही में बैड लोन के लिए ज्यादा प्रावधान करना पड़ा है।
यह राशि बढ़कर 2,043 करोड़ रुपये हो गई है, जबकि पिछले साल यह सिर्फ 546 करोड़ रुपये थी। 31 मार्च 2024 तक बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 90.59% रहा। कुल मिलाकर, बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता बेहतर हो रही है, लेकिन बैड लोन के लिए प्रावधान बढ़ने से बैंक के मुनाफे पर थोड़ा असर पड़ सकता है।
बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) के लिए साल 2023-24 काफी अच्छा रहा है। इस पूरे वित्तीय वर्ष में बैंक का मुनाफा 57% बढ़कर 6,318 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले साल के 4,023 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है। कुल आय में भी अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। वित्त वर्ष 24 में यह 54,748 करोड़ रुपये से बढ़कर 66,804 करोड़ रुपये हो गई है।
बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है, जैसा कि पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) में वृद्धि से पता चलता है। सीआरएआर 31 मार्च 2023 को 16.28% से बढ़कर 16.96% हो गया है। साथ ही, मार्च 2024 के अंत में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) भी 3.30% रहा। बोर्ड ने 2023-24 के लिए प्रति शेयर 2.80 रुपये या 28% का लाभांश देने की सिफारिश की है, जिस पर आगामी वार्षिक आम बैठक में फैसला लिया जाएगा।