कमोडिटी की कीमतों में नरमी और मजबूत वॉल्यूम की वजह से मार्च 2024 तिमाही में टाटा मोटर्स का नेट प्रॉफिट 222 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 17,407.18 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 13 पर्सेंट बढ़कर 1,19,986.31 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 1,05,932.35 करोड़ रुपये था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 10 मई को कंपनी का शेयर 1.59 पर्सेंट बढ़कर 1,046.65 रुपये पर बंद हुआ।
टाटा मोटर्स (Tata Motors) के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर पी. बी. बालाजी ने बताया, ‘ वित्त वर्ष 2024 के नतीजे काफी बेहतर रहे हैं। इस दौरान टाटा ग्रुप ने रिकॉर्ड रेवेन्यू, प्रॉफिट और फ्री कैश फ्लो हासिल किया है। कंपनी का भारतीय बिजनेस अब कर्जमुक्त है और हम अब वित्त वर्ष 2025 में नेट ऑटोमोटिव डेट फ्री बनने की राह पर है। हमारा बिजनेस अच्छा चल रहा है और आने वाले वर्षों में भी हमारी यह मजबूत परफॉर्मेंस जारी रहने की उम्मीद है।’
कंपनी के नतीजे अनुमानों से बेहतर रहे हैं। मनीकंट्रोल ने 6 ब्रोकरेज फर्मों की मदद से मार्च 2024 तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 33 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 7,084 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। इसके अलावा, कंपनी का रेवेन्यू 15 पर्सेंट बढ़कर 1.22 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। कंपनी के बोर्ड ने 31 मार्च 2024 को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए डिविडेंड का भी सिफारिश की है। इसके तहत सामान्य शेयरों के लिए 6 रुपये प्रति शेयर और ‘A’सामान्य शेयर के लिए 6.20 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड की सिफारिश की गई है।
टाटा मोटर्स ने पिछले हफ्ते बताया था कि अप्रैल में उसका होलसेल बिजनेस 11.5 पर्सेंट बढ़कर 77,521 यूनिट रहा, जबकि अप्रैल 2023 में यह आंकड़ा 69,599 यूनिट था। कंपनी की जगुआर लैंड रोवर (JLR) यूनिट की मजबूत परफॉर्मेंस पिछले वित्त वर्ष में भी जारी रही और मार्च 2024 तिमाही में कंपनी की परफॉर्मेंस बेहतर रही। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 11 पर्सेंट की बढ़त के साथ 7.9 अरब डॉलर पौंड रहा।