मार्च 2024 तिमाही में फार्मा कंपनी सिप्ला का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 939 करोड़ रुपये रहा और इसमें सालाना आधार पर 78 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 525.6 करोड़ रुपये था। मनीकंट्रोल के पोल में 8 ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी का नेट प्रॉफिट 891 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था।
संबंधित अवधि में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 6,082 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 5,793.3 करोड़ रुपये था यानी इसमें 4 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई थी। मनीकंट्रोल के पोल में कंपनी का रेवेन्यू 6,224 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था।
संबंधित अवधि में कंपनी का इबिट्डा 12 पर्सेंट बढ़कर 1,316 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 1,173 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का इबिट्डा मार्जिन 21.3 पर्सेंट रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 21.3 पर्सेंट था। सिप्ला (Cipla) की शुरुआत 1935 में हुई थी और फिलहाल इसकी कमान डॉ. वाई. के. हामिद के हाथ में है।
30 जून 2023 के मुताबिक, कंपनी में प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी 33.40 पर्सेंट थी। यह कंपनी फॉर्मूलेशंस और APIs की मैन्युफैक्चरिंग में शामिल है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की सेल्स में फॉर्मूलेशन सेगमेंट की योगदान 97 पर्सेंट से भी ज्यादा था। सिप्ला के पास 1,500 से भी ज्यादा अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो हैं और इसके प्रोडक्ट्स की मौजूदगी दुनिया के 80 से भी ज्यादा मार्केट्स में है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 10 अप्रैल को कंपनी का शेयर 1.42 पर्सेंट की गिरावट 1,339.55 रुपये पर बंद हुआ।