शेयर मार्केट पर यूनियन बजट और चुनाव के नतीजों का बड़ा असर पड़ता है। सभी सरकारें अपने हिसाब से बिजनेस पॉलिसी बनाती है, जिस पर डिपेंड करता है कि कौन सा बिजनेस कितनी तेजी से बढ़ेगा। देश की इकोनॉमी कैसे बढ़ेगी। इस साल लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसके नतीजे 4 जून 2024 को घोषित होंगे।
शेयर मार्केट को उम्मीद है कि इस बार फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बन सकती है। वहीं अगर मौजूदा सरकार बदली तो बाजार में शार्प करेक्शन देखने को मिल सकता है। मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने पर इंजीनियरिंग, डिफेंस, रेलवे, पावर, हेल्थकेयर और EV सेक्टर से जुड़े स्टॉक्स में तेजी आ सकती है।
चुनाव के कारण स्टॉक मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव को लेकर दैनिक भास्कर ने प्रभुदास लीलाधर के रिसर्च हेड अमनीश अग्रवाल से बात की। पढ़िए उनका पूरा इंटरव्यू…
सवाल: शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म निवेशकों को चुनाव के चलते क्या कोई खास रणनीति अपनानी चाहिए?
जवाब: लॉन्ग टर्म में इंडिया का मार्केट धीरे-धीरे ऊपर ही जाएगा। शॉर्ट टर्म में चुनाव के पहले थोड़ा सतर्क रहना बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि यहां से जब तक चुनाव का रिजल्ट नहीं आ जाता तो मार्केट शायद बहुत ज्यादा सीधा-सीधा नहीं भागेगा और थोड़ा बहुत करेक्शन भी देखने को मिल सकता है।
सवाल: चुनाव के नतीजे वाले दिन बाजार कैसा रह सकता है? आपको क्या उम्मीद है किस तरफ जाएगा?
जवाब: अभी मार्केट यह समझ कर चल रहा है कि NDA की सरकार फिर से आएगी। रिजल्ट वाले दिन मार्केट भी खुला हुआ है, अगर उस दिन मोदी सरकार बनते हुए दिखाई नहीं देती है तो मार्केट में शार्प करेक्शन देखने को मिलेगा। वहीं, अगर BJP का परफार्मेंस बहुत अच्छा रहा तो मार्केट में एक राउंडअप रैली देखने को मिल सकती है।
सवाल: कौन से सेक्टर बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं? क्या सेक्टर के हिसाब से आपका कोई टारगेट है?
जवाब: अगर सेम गवर्नमेंट कंटिन्यू करती है तो कैपिटल गुड्स, इंजीनियरिंग, डिफेंस, रेलवे, पावर, हेल्थकेयर और EV से रिलेटेड सेक्टर में तेजी देखने को मिलेगी।
सवाल: क्या इस साल सेंसेक्स 80 हजार और निफ्टी 25 हजार के पार जा सकता है?
जवाब: निफ्टी का हमारा इस साल के 12 महीने का टारगेट 25,800 का है, जिसे वह आराम से छू लेगा। वहीं, उन्होंने बताया कि प्रभुदास लीलाधर सेंसेक्स का टारगेट नहीं देता है।
सवाल: लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद एक महीने में मार्केट कितना ऊपर पहुंच सकता है?
जवाब: अभी कोई टारगेट देना मुश्किल होता है। मैं यही बोल सकता हूं कि अगर यही गवर्नमेंट कंटिन्यू रही और अच्छी सीट आई तो एक साल के अंदर जो हमारा 25,800 का टारगेट है, वह आ जाएगा।
सवाल: कोटक बैंक के क्रेडिट कार्ड पर RBI की रोक के बाद निवेशकों को क्या करना चाहिए?
जवाब: कोटक महिंद्रा बैंक पर जो RBI ने रोक लगाई है तो उससे बैंक के ग्रोथ पर कुछ टाइम तक फर्क पड़ेगा। वहीं, बैंक का स्टॉक पिछले तीन साल से कहीं गया नहीं है, एक ही रेंज के अंदर घूम रहा है। अभी भी इसका शेयर सस्ता नहीं है। बैंक निफ्टी की तेजी के कारण शेयर में तेजी है,लेकिन अभी यह थोड़ा नीचे आ सकता है।
सवाल: बैंक निफ्टी को कैसे देखते हैं, इसमें कितना मूवमेंट देखने को मिल सकता है?
जवाब: पिछले एक डेढ़ साल से बैंकिंग, IT और कंज्यूमर का निफ्टी में वेटेज 48% से 50% बढ़ा है। अभी अगर सिचुएशन नार्मल रहती है और गवर्नमेंट भी ठीक आती है तो बैंक निफ्टी के अंदर भी तेजी आ सकती है। इसके साथ ही प्राइवेट बैंक स्टॉक्स में भी तेजी आने की उम्मीद है।
पिछले एक साल में करीब 15% बढ़ चुका बाजार
चुनाव से एक साल से पहले का टाइम सेंसेक्स-निफ्टी जैसे इंडेक्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहता है। बीते 5 चुनावों में इस टाइम पीरियड के दौरान मार्केट ने औसतन 29% रिटर्न दिया है। अगर इसी साल की बात करें तो मार्केट अभी तक 15% बढ़ चुका है।