Indegene के IPO को आज अंतिम दिन निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला है। यह इश्यू 69.91 गुना सब्सक्राइब हो गया। इसे कुल 201.81 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई है, जबकि ऑफर पर 2.88 करोड़ शेयर हैं। 3 मई को Indegene ने एंकर निवेशकों से 549 करोड़ रुपये जुटाए थे। आईपीओ क्लोज होने के बाद शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 13 मई को हो सकती है। Indegene IPO के लिए प्राइस बैंड 430-452 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 33 शेयर तय किया गया है।
Indegene IPO: सब्सक्रिप्शन से जुड़ी डिटेल
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) – 197.55 गुना
नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स – 55.07 गुना
रिटेल इनवेस्टर्स – 7.95 गुना
एम्प्लॉई रिजर्व – 6.48 गुना
टोटल – 69.91 गुना
(08 May 2024 | 05:00:00 PM)
Indegene IPO से जुड़ी डिटेल
कंपनी इस आईपीओ से 1,842 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आईपीओ में नए शेयर जारी करके हासिल होने वाली आय में से 391.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सब्सिडियरी ILSL Holdings Inc का कर्ज चुकाने के लिए करेगी। 102.9 करोड़ रुपये को मैटेरियल सब्सिडियरी Indegene Inc के पूंजीगत खर्चों के लिए रखा जाएगा। बाकी के पैसे का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों और इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया जाएगा।
Indegene के पब्लिक इश्यू में 760 करोड़ रुपये के 1.68 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। साथ ही 1,081.76 करोड़ रुपये के 2.39 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। OFS में Group Life Spring, BPC Genesis Fund I SPV, BPC Genesis Fund I-A SPV और CA Dawn Investments (कार्लाइल की एक एंटिटी) के पार्टनर्स के रूप में मनीष गुप्ता, डॉ. राजेश भास्करन नायर, अनीता नायर, विदा ट्रस्टीज (Fig Tree Trust के ट्रस्टी), अपनी क्षमता के मुताबिक शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे।
क्या करती है Indegene
Indegene दवा विकास और क्लीनिकल ट्रायल्स, रेगुलेटरी सबमिशंस, फार्माकोविजिलेंस व कंप्लेंट मैनेजमेंट, और प्रोडक्ट्स की बिक्री और माकेटिंग के साथ बायोफार्मास्यूटिकल, उभरती बायोटेक और मेडिकल डिवाइसेज कंपनियों को सपोर्ट करती है। कंपनी की शुरुआत 1998 में हुई थी।
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 2,306 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2022 में रेवेन्यू 1,665 करोड़ रुपये था। इंडीजेन का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 64 प्रतिशत बढ़कर 266 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2022 में यह 162 करोड़ रुपये था।