इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्राइवेट राउंड में निवेशकों को दी गई सभी जानकारी IPO के लिहाज से उपयोगी नहीं रहती है। एक इनवेस्टमेंट बैंकर का कहना था, ‘ DRHP में सभी मेट्रिक साझा की जाती हैं। प्राइवेट इनवेस्टर साफ-सुथरे निवेशक होते हैं, लेकिन पब्लिक लिस्टिंग के मामले में ऐसा नहीं होता।’ एक और एक्सपर्ट ने बताया, ‘रेगुलेटर ने कहा था कि पिछले तीन साल में निवेशकों के साथ साझा किए गए केपीआई (KPIs) को DRHP में डिस्क्लोज करना चाहिए। हालांकि, इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के मुताबिक, KPI साझा करने का मामला IPO के विवेक पर आधारित था। हाल में इस मामले में काफी बदलाव देखने को मिला है।’