Why REC Shares sharply recovers: केंद्रीय बैंक RBI ने प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग के लिए गाइडलाइंस ड्राफ्ट किया है। इसके चलते लगातार दो कारोबारी दिनों में आरईसी (रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन) के शेयर ढह गए थे। हालांकि अब जब कंपनी के मैनेजमेंट ने कॉन्फ्रेंस कॉल में आरबीआई के ड्राफ्ट गाइडलाइंस के असर को स्पष्ट किया। मैनेजमेंट ने कहा कि इसका कंपनी के कारोबार पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। इसके चलते ही आरईसी के शेयर फटाक से 6 फीसदी से अधिक उछलकर 539.30 रुपये पर पहुंच गए। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल BSE पर यह 5.33 फीसदी की गिरावट के साथ 533.80 रुपये पर है। पीएफसी और इरेडा के शेयरों में भी अच्छी तेजी है। पीएफसी करीब 5 फीसदी और इरेडा 2 फीसदी उछल गया।
REC पर क्यों नहीं पड़ेगा असर?
आरबीआई ने गाइडलाइंस के मसौदे पर प्रतिक्रियाएं मंगाए हैं। आरईसी के एमडी विवेक कुमार देवनगन का कहना है कि आरईसी एक एनबीएफसी है जो इंडियन अकाउंट स्टैंडर्ड को फॉलो करता है। उन्होंने कहा कि जो बैंक इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स नहीं फॉलो करते हैं, उनके कॉस्ट में बढ़ोतरी का कुछ हिस्सा कर्जदारों पर पड़ेगा। मैनेजमेंट का कहना है कि कंपनी के लोन पर राज्य सरकार की गारंटी है और आरबीआई के नियम ऐसे लोन पर नहीं लागू होते हैं जिस पर सरकार की गारंटी रहती है। हालांकि आरईसी के एमडी ने आगे यह भी कहा कि तीन साल की अवधि में ड्राफ्ट गाइडलाइंस का असर कंपनी के टियर-1 कैपिटल पर पड़ेगा। कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि वर्ष 2030 तक एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) डबल कर 12.5 हजार करोड़ डॉलर पर ले जाने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले यानी 2029 तक भी हासिल हो सकता है।
एक साल में कैसी रही है शेयरों की चाल
आरईसी के शेयर पिछले साल 19 मई 2023 को 127.40 रुपये के भाव पर थे। इस लेवल से एक साल से भी कम समय में यह 345 फीसदी से अधिक उछलकर पिछले हफ्ते 3 मई 2024 को 567.05 रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया। यह इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। इस प्रकार एक साल में ही इसने निवेशकों के पैसों को चार गुना से अधिक बढ़ा दिया।