[wpdts-date-time]
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद के मुताबिक रहे। कंपनी को ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, जबकि डिमांड कमजोर रही। इसके बावजूद दूसरी कंपनियों के मुकाबले मार्च तिमाही में ब्रिटानिया की वॉल्यूम ग्रोथ ज्यादा रही। नतीजों के बाद 6 मई को ब्रिटानिया के स्टॉक में 10 फीसदी की तेजी आई। इसके वजह वॉल्यूम ग्रोथ और आगे पॉजिटिव आउटलुक को माना जा रहा है। कंपनी को इनफ्लेशन में नरमी का फायदा मिला है। मार्च तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 3 फीसदी रही।
कंपनी का फोकस प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर बना हुआ है। इसके लिए कंपनी हाई ग्रोथ चैनल का इस्तेमाल कर रही है। साथ ही दूसरी कैटेगरीज पर भी उसका फोकस बढ़ा है। कंपनी के कुल रेवेन्यू में नॉन-बिस्कुट बिजनेसेज की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी रही। दूसरे कैटेगरी की बात करें तो चीज और ब्रेड की ग्रोथ अच्छी है। रस्क की ग्रोथ डबल डिजिट में रही। कंपनी की नजरें गर्मियों के मौसम में ड्रिंक बिजनेस पर है।
ब्रिटानिया ने अपने मुख्य बिजनेसेज में इनोवेशन पर फोकस बनाए रखा है। रंजनगांव में चीज फैक्ट्री का कमर्शियलाइजेशन चौथी तिमाही में पूरा हो गया है। डेयरी बिजनेस का आउटलुक भी पॉजिटिव दिख रहा है। कंपनी ने चीज के उत्पादन के लिए Bel SA से हाथ मिलाया है। वह बिजनेस में निवेश भी बढ़ा रही है। कच्चे माल की कीमतों में नरमी का फायदा कंपनी को मिलेगा। आटे और चीनी की कीमतों में तेजी है। लेकिन, पाम ऑयल और पैकेज्ड मैटेरियल कॉस्ट में कमी से कंपनी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
आगे कंपनी के ग्रॉस मार्जिन में इजाफा हो सकता है। हालांकि, विज्ञापन के साथ ही दूसरे खर्चों में बढ़तरी से कंपनी को ग्रॉस मार्जिन बढ़ने का ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा। कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस का प्रदर्शन अच्छा है। इस बिजनेस ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है। मुनाफा भी अच्छा रहा है।
कंपनी को अपनी लीडरशिप पॉजिशन बनाए रखने पर फोकस का फायदा मिला। यह राज्यों और ग्रामीण इलाकों में अपना डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क बढ़ा रही है। प्राइस के मामले में भी उसने बड़े फैसले लिए हैं। साथ ही ब्रांड को स्ट्रॉन्ग बनाने पर वह निवेश कर रही है। इसका फायदा आने वाले समय में मिलेगा। प्रतिस्पर्धा के बावजूद कंपनी ने अपना मार्जिन हाई बनाए रखा है। कंपनी के पास कुछ सेगमेंट में प्राइस बढ़ाने की गुंजाइश है। इसका पॉजिटिव असर मार्जिन पर पड़ेगा। कंपनी के स्टॉक में FY26 की अनुमानित कमाई के 45 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। रूरल डिमांड बढ़ने और बेहतर एग्जिक्यूशन से स्टॉक में तेजी दिख सकती है।