भारतीय जनता पार्टी (BJP) अबतक गूगल (Google) और उसके वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब (Youtube) पर 100 करोड़ रुपये से अधिक के राजनीतिक विज्ञापन दे चुकी है। गूगल एड्स ट्रांसपैरेंसी रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। गूगल साल 2018 से ही यह रिपोर्ट जारी कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, BJP ने मई 2018 से गूगल और यूट्यूब पर विज्ञापन देने में 103 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। इसमें से 68.2% प्रतिशत राशि वीडियो एडवर्टिजमेंट्स पर खर्च किए गए हैं। वहीं 31.8 प्रतिशत राशि इमेज एडवर्टिजमेंट्स पर खर्च हुए हैं। BJP ने यह रकम 31 मई 2028 से 27 अप्रैल 2024 के बीच खर्च की है।
गूगल ने बताया कि उसके राजनीतिक विज्ञापन की परिभाषा में राजनीतिक दलों की ओर से दिए गए विज्ञापनों के अलावा न्यूज संस्थानों और सरकार के पब्लिसिटी डिपार्टमेंट की ओर से दिए गए विज्ञापन भी आते हैं। यहां तक कि अभिनेता से नेता बने व्यक्तियों के कमर्शियल विज्ञापनों को भी राजनीतिक विज्ञापन मानती हैं।
कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और राजस्थान ऐसे राज्य हैं, जिनको टारगेट करके बीजेपी ने विज्ञापनों पर सबसे अधिक खर्च कि
वहीं कांग्रेस इस अवधि में ₹49 करोड़ खर्च करके राजनीतिक दलों में दूसरे स्थान पर रही। जबकि तमिलनाडु की DMK तीसरे स्थान पर रही और इसने मई 2018 से अबतक गूगल के प्लेटफॉर्म पर करीब 25 करोड़ के विज्ञापन दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में सभी राजनीतिक दलों की ओर से होने वाले खर्च में काफी उछाल आया है और ये राजनीतिक दल करीब 80.6 प्रतिशत राशि वीडियो पर खर्च कर रहे हैं। यह उछाल ऐसे समय में आया है, जब देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं।
गूगल की रिपोर्ट बताती है कि पिछले 10 दिनों में यानी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान उसे करीब 15 करोड़ के राजनीतिक विज्ञापन मिले। पार्टियां अपने घोषणापत्र, उपलब्धियों और नीतियों का प्रचार करने के लिए जमकर डिजिटल विज्ञापनों पर खर्च कर रही हैं।
राज्यों के हिसाब से बात करें तो तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश चार्ट को टारगेट करके राजनीतिक दलों ने सबसे अधिक खर्च किए।